scriptबादल छाए रहे, बढ़ी सर्दी | ,Cloudy, cold winter | Patrika News
दौसा

बादल छाए रहे, बढ़ी सर्दी

दिनभर रही गलन

दौसाDec 18, 2018 / 12:12 pm

Rajendra Jain

,Cloudy, cold winter

बादल छाए रहे, बढ़ी सर्दी

दौसा. उत्तरी भारत में हो रही बर्फबारी से जिले में भी सर्दी बढ़ती जा रही है। सोमवार को तड़के से सुबह 11 बजे तक सूर्यदेव ने दर्शन नहीं दिए। इसके बाद भी सूर्यदेव दिनभर लुकाछिपी खेलते रहे। गिरते तापमान के कारण जिलेभर में भी हाड़ कंपाने वाली ठण्ड पड़ रही है। सुबह व शाम को लोगों को धूजणी लग रही है।
वहीं सुबह गेहूं, जौ, सरसों के पत्तों पर ओस की बूंदें जम गई। लोग भी दिनभर गर्म कपड़ों में लिपटे रहे। अलाव जला कर सर्दी से बचाव किया। जिले में सोमवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दो सप्ताह तक कड़ाके की सर्दी पडऩे का अनुमान हैं। बाजारों में ऊनी कपड़े खरीदने वालों में होड़ रही।
सिंचित क्षेत्रों में अधिक है सर्दी
जिले में जिन इलाकों में रबी की बुवाई होने से क्षेत्र सिंचित है, उन इलाकों में सर्दी का प्रभाव अधिक देखा जा रहा है। खासकर लालसोट इलाके में पानी की स्थिति ठीक होने से सर्दी का असर अधिक है।
गजक- मूंगफली की बिक्री बढ़ी: सर्दी बढऩे के साथ ही बाजार में गजक, मूंगफली, पिण्ड खजूर आदि की दुकानों व ठेलों पर बिक्री बढ़ रही है। लोग सर्दी के हिसाब से जायका बदल रहे हैं।

फिर हुआ रेल लाइन में फ्रेक्चर
बांदीकुई. इन दिनों सर्दी की ठिठुरन होने के साथ ही रेल लाइन में फ्रेक्चर होने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। गत डेढ़ माह में यह रेल लाइन में फ्रेक्चर की पांचवीं घटना है।
सूत्रों के मुताबिक बांदीकुई-बसवा रेल मार्ग पर सोमवार को धौलीगुमटी-नारायणपुरा के बीच शताब्दी एक्सप्रेस गुजरने के बाद फ्रेक्चर हो गया। फ्रेक्चर की सूचना पर स्थानीय रेल प्रशासन में हड़कम्प मच गया। रेलकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर जोगल प्लेट लगाकर एवं कॉशन ऑर्डर देकर ट्रेनों को धीमी गति से गुजारा।
इसके बाद करीब दो घण्टे तक रेलकर्मियों ने मरम्मत कर रेल मार्ग को सुचारू किया। हालांकि स्थानीय रेल प्रशासन फ्रेक्चर होने से इंकार कर रहा है। रेल प्रशासन का कहना है कि पुरानी रेलवे लाइन का बदला गया है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले दो बार एफसीआई गोदाम के समीप, कोलवा स्टेशन के समीप एवं धौली गुमटी के समीप भी रेल लाइन में फ्रेक्चर हो चुका है। ऐसे में रेल यात्रियों की जान का जोखिम बना रहता है। रेलवे प्रशासन के मरम्मत के दावे आए दिन हो रही घटनाओं से खोखले नजर आ रहे हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो