जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान सभी उपखण्ड अधिकारी और ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के बीच समन्वय बहुत जरूरी है ताकि कोरोना संदिग्धों, प्रवासियों की पहचान कर उनकी सेंपलिंग करवाई जा सके और कोरोना के फैलाव को रोका जा सके। वहीं क्वारंटीन में रहने वाले व्यक्तियों को समय पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके। सभी मिलकर टीम भावना से कार्य करेें। कोरोना पॉजिटिव व संदिग्ध मरीजों की देखभाल में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सीएमएचओ डॉ. पीएम वर्मा ने बताया कि जिले में कोरोना को बढऩे से रोकने के लिए हर सीएचसी स्तर पर सेंपलिंग बूथ स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए सभी सीएचसी प्रभारियों को बूथ की डिमांड बनाकर भेजने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इससे सेंपलिंग के कार्य में और तेजी आएगी।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलके बालोत, एडीएम लोकेश कुमार मीणा, पीएमओ डॉ. सीएल मीना, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरपी मीणा, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. सुभाष बिलोनिया, डिप्टी सीएमएचओ डॉ श्रीप्रकाश मीणा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक गौरव गुप्ता, जिला आशा समन्वयक गणपत चौधरी सहित सभी बीसीएमओ और सभी सीएचसी प्रभारी सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।