सीएमएचओ डॉ. मनीष चौधरी ने बताया कि जिले में शनिवार को 1430 जनों की मिली रिपोर्ट मिली है, जिसमें से 325 जनों को कोरोना वायरस संक्रमित होने की पुष्टी हुई है। हालांकि 336 जने रिकवर भी हुए हैं। इनमें से दौसा शहर में से 60 व दौसा ग्रामीण में से 66 जने कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसी प्रकार बांदीकुई में 71 , लालसोट में 57, सिकराय में 15 व महुवा में 51 जने कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि 5 जने जिले के बाहर के निवासी हैं जो पॉजिटिव पाए गए हैं।
डिप्टी सीएमएचओ डॉ. सुभाष बिलौनिया ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों का आंकड़ा बढ़ रहा है, लेकिन उसी गति से मरीज ठीक भी हो रहे हैं। रिकवरी दर बढकऱ अब 80 प्रतिशत पर पहुंच गई है। जिले में पिछले वर्ष से अब तक 11 हजार 769 लोग पॉजिटिव आ चुके हैं, इनमें से 79.70 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं। हालांकि वर्तमान में 2343 एक्टिव केस भी हंै। जिले की कुल आबादी का 6.10 प्रतिशत लोगों के सैम्पल लिए जा चुके हैं।
जिले के दौसा ब्लॉक में 126 जने कोरोना पॉजिटिव पाए गए हंै। इनमें से शहर के गायत्री नगर, जोशी की कोठी, बायपास, लाड़लीकाबास में दो, पापड़दा सीएचसी में दो, कालीखाड, इन्द्रा कॉलोनी में तीन, दौसा रहने वाले अलियापाड़ा निवासी चार जने, चक जगरामपुरा, नसिया की ढाणी, बांदोलाव, लवाण में आधा दर्जन, सोमनाथ पीएचसी में जांच कराने वाले एक दर्जन, श्यालावास जेल व श्यालावास गांव में एक दर्जन लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। शिक्षक कॉलोनी में दो, सोमनाथ नगर में तीन, आछीवास में तीन, गणेश नगर में तीन सहित कई जगह कोरोना के मरीज पाए गए हैं।
जिला अस्पताल के कोविड वार्ड प्रभारी डॉ. आरडी मीना ने बताया कि मरीजों में अभी भी जागरुकता का अभाव है। मरीज पहले तो ग्रामीण इलाकों के झोलाछापों से हल्की दवाइयां लेकर अपना स्वास्थ्य खराब कर रहे हैं। बाद में दौसा आते हैं। बेहतर यह है कि स्वास्थ्य खराब होते ही नजदीकी सरकारी अस्पताल में इलाज कराना चाहिए। इमरजेंसी में अधिक मौत होने पर प्रभारी ने बताया कि यही है कि अधिकांश मरीज जब गम्भीर रूप से बीमार हो जाते हैं तब अस्पताल आते हैं और इमरजेंसी में ही दम तोड़ देते हैं। (कासं /निसं)