करंट से डम्पर चालक की मौत के बाद मौके पर पहुंचे उपखण्ड अधिकारी बृजेन्द्र मीना, तहसीलदार गणराज बडग़ोती, नायब तहसीलदार राकेश मीना, थानाधिकारी कृष्ण कुमार मीना सहित अन्य अधिकारियों ने ग्रामीणों से हुई वार्ता में नियमानुसार सरकारी व विद्युत निगम द्वारा सहायता देने सहित निर्माण कम्पनी से तीन लाख रुपए नकद दिलाने की बात कही, लेकिन ग्रामीण सहमत नहीं हुए। इसके बाद निर्माण कम्पनी द्वारा आठ लाख नकद देने पर ग्रामीणों में सहमति बनी, लेकिन कम्पनी अधिकारियों द्वारा सोमवार को मुआवजा राशि देने की बात करने पर ग्रामीण मौके पर राशि देने की बात पर अड़ गए। बाद में कम्पनी के प्रतिनिधि ने परिजनों को आठ लाख नकद दे दिए। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
प्रदेश किसान संघर्ष समिति संयोजक हिम्मतसिंह पालड़ी ने बताया कि प्रशासन से ग्रामीणों की हुई वार्ता में निर्माण कम्पनी से आठ लाख नकद, निर्माण कम्पनी सहित विद्युत निगम के खिलाफ थाने में मामला दर्ज करने, विद्युत निगम द्वारा 5 से 7 लाख तक मुआवजा राशि देने सहित सरकार द्वारा उचित मुआवजा राशि देने की बात पर सहमति बनने पर ही ग्रामीणों ने शव को उठाया।
नांगलरालावतान. इससे पहले भी कम्पनी के लिए निर्माण सामग्री ला रहे डंम्परों ने बांदीकुई सहित गांव आलूदा, लाहडलीकावास में कई खम्ंभे तोड़ दिए, लेकिन इसके बाद भी निगम अधिकारियों सहित प्रशासन नहीं चेता। इससे शनिवार को बड़ा हादसा हो गया।