करीब दो घण्टे तक पुलिस की समझाइश के बाद परिजनों के सहमत होने पर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनेां के सुपुर्द कर दिया। जानकारी के अनुसार गुढ़लिया निवासी राजेश (30) पुत्र श्योदान मीणा गत कई दिनों से बीमार चल रहा था। जहां 7 सितम्बर को गुढ़ाकटला में एक मेडिकल विक्रेता के पास गया। तो मेडिकल विक्रेता ने उपचार शुरू कर दिया और पांच हजार रुपए ले लिए।
वहीं अगले दिन दिखाने के लिए वापस आने को कहा। जहां शनिवार को मेडिकल विक्रेता के पास पहुंचा तो वापस उपचार शुरू कर दिया। कुछ ही देर में अचानक तबीयत बिगडऩे पर आनन-फानन में युवक को बांदीकुई भेज दिया।
जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। चिकित्सालय में परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। इससे माहौल गमगीन हो गया। हर कोई पीडि़त परिवार को ढांढ़स बंधाते दिखाई दिया। चिकित्सालय में काफी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। परिजनों ने मेडिकल विक्रेता पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए आरोपित को गिरफ्तार किए जाने की मांग करते हुए शव लेने से इंकार कर दिया।
काफी देर तक समझाइश के बाद परिजन शव ले जाने पर सहमत हुए। इस सम्बंध में मूलचंद मीणा निवासी ऐंचड़ी ने मेडिकल विक्रेता विकास खण्डेलवाल पर उपचार में लापरवाही बरतने के कारण मौत होने की बसवा थाने में शिकायत दी है। जहां पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।