इधर, स्कूल-कॉलेजों में भी मंगलवार को होली मनाई जाएगी। बसों व ट्रेनों में भी यात्रियों की भीड़ नजर आने लगी है। पताशों व ज्वार के फूल्या की जमकर ब्रिक्री हो रही। बुधवार को होलिका दहन के बाद गुरुवार को धूलण्डी पर्व उल्लास के साथ मनाया जाएगा।
इधर व्यापारियों का कहना है बढ़ती महंगाई के चलते बिक्री पर खासा फर्क पड़ा है। पहले जहां एक पखवाड़े होली पर्व पर घरों में बनने वाले पकवानों की खाद्य सामग्री की बिक्री शुरू हो जाती थी, लेकिन इस बार खास ग्राहकी नहीं होने से मायूसी छाई हुई है। वहीं होली का त्योहार नजदीक आते ही बस स्टैण्ड व रेलवे स्टेशनों पर भी यात्रियों का जमघट लगा रहता है।
खुशबूदार गुलाल का बढ़ा चलन
दौसा. पानी की कमी एवं रंगों से होने वाली एलर्जी के कारण होली के त्योहार के दौरान गीले रंग की बजाय गुलाल से होली खेलने का चलन गत कई वर्षों से बढ़ा है। ऐसे में विभिन्न रंगों की खुशबुदार गुलालों से दुकानें सजने लगी है।
जानकारी के अनुसार गर्मी का सीजन शुरू होने से पहले ही जिलेभर में कई स्थानों पर पानी की किल्लत होने लगी है। ऐसे में आमजन भी होली के त्योहार के दौरान रंगों से होली खेलने से बचने लगे है।
बाजार में मिलने वाले अधिकांश इन रंगों में केमिकल होने से त्वचा पर भी विपरित असर पड़ता है। वहीं इन्हें साफ करने के लिए खाासी मात्रा में पानी की भी आवश्यकता पड़ती है। ऐसे में गत कई वर्षों से लोग विभिन्न प्रकार की गुलाल से होली खेलने को प्राथमिकता देने लगे है। दुकानदार भी विभिन्न रंगों की गुलाल बेचने लगे है। ऐसे मेंं गुलाल की दुकानें सजने लगी है। वहीं बच्चों के लिए विभिन्न डिजाइन की पिचकारियां आर्कषण का केन्द्र है। (दौसा ग्रामीण)
लालसोट. रंगों व मस्ती से सराबोर करने वाले होली पर्व के आगमन का असर पर बाजारों में भी दिखाई देने लगा है। होली को देखते हुए बाजारों मेेंं भीड़ भाड़ भी नजर आने लगी है।
बाजारों में होली के लिए रंग, गुलाल व अबीर की दुकानें भी सजने लग गई है। शहर में जवाहरगंज सर्किल समेत कई जगहों पर दुकानदारों ने रंग, गुलाल व पिचकारियों की अस्थायी दुकानें भी सजा कर ग्राहकों को आर्कषित करना शुरू कर दिया है। होली से पूर्व शहर व ग्रामीण इलाकों के मंदिरों में फागोत्सव का क्रम लगातार जारी है। फाग गीतों पर श्रद्धालु झूमते गाते नजर आ रहे हंै। (नि.प्र.)