Dhigavada-Bandikui Railline doubling work इसी कड़ी में रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म 3 व 5 पर इंटरलॉकिंग का कार्य चल रहा है। इसके चलते शुक्रवार को वाराणासी-मरुधर एक्सप्रेस को ट्रेक 4 से होकर गुजारा गया। रेलवे की 4 नम्बर लाइन पर प्लेटफार्म नहीं है। ऐसे में यात्रियों को स्टेशन पर उतरकर प्लेटफार्म पर जाने के लिए खासी परेशानी झेलनी पड़ी। यात्रियों केा अनाधिकृत रूप से रेलवे ट्रेक पार करके जाना पड़ा। 26 फरवरी को आयुक्त रेल संरक्षा(सीआरएस) आरके शर्मा स्पेशल ट्रेन से बांदीकुई स्टेशन पहुंचेगे। जहां से मोटर ट्रॉली के द्वारा सुबह 9 से शाम 6 बजे तक बांदीकुई से ढिगावड़ा के बीच निरीक्षण करेंगे। इसमें पाइंटस, इंटरलॉकिंग, सिग्नल, कर्व सहित अन्य कार्यो का बारीकी से अवलोकन करेंगे। इसके बाद शाम साढ़े 6 बजे जयपुर के लिए रवाना होंगे।
27 फरवरी को सीआरएस स्पेशल ट्रेन से सुबह पौने 8 बजे बांदीकुई आएंगे और इसके बाद नए ट्रेक(दोहरीकरण वाले ट्रेक पर) स्पीड़ ट्रॉयल ली जाएगी। इसके बाद यह निर्धारित किया जाएगा कि इस नए ट्रेक पर गाडिय़ों को किस रफ्तार से गुजारा जाए। गौरतलब है कि 25 फरवरी को 70 स्टेशन मास्टर सहित करीब पाइंटसमैन बांदीकुई से ढिगावड़ा के बीच पाइंट व सिग्नल की जांच करेंगे। जहां ऑथोरिटी व क्लेपिंग कर गाडिय़ों को स्टेशन के अंदर व बाहर ले जाया जाएगा।
एसएनटी व इंजनीयरिंग वाले कार्य को अंतिम रूप दे सकेंगे। रेल सूत्रों के अनुसार सीआरएस निरीक्षण में मण्डल रेल प्रबंधक मंजूषा जैन, सीनियर वाणिÓय प्रबंधक राकेशकुमार, सीनियर ऑपरेटिंग मैनेजर केके मीणा, सीनियर डीईएन यशपालसिंह सहित रेलवे के आला अधिकारी मौÓाूद रहेंगे। खास बात यह है कि निरीक्षण के बाद सीआरएस ट्रेनों का नए ट्रेक पर संचालन के लिए हरी झण्डी दे सकेंगे। ट्रेक शुरू होने से ट्रेनों की रफ्तार भी बढ़ सकेगी और क्रॉसिंग की समस्या से भी निजात मिल सकेगी। पहले चरण में अलवर से ढिगावड़ा के बीच दोहरीकरण का कार्य जनवरी 2019 में पूरा हो गया था। अब बांदीकुई तक कार्य पूरा होने के बाद दिल्ली-जयपुर रेल मार्ग पूरी तरह दोहरीकरण के कार्य से जुड़ जाएगा। (कां.सं./ग्रामीण)
Dhigavada-Bandikui Railline doubling work