इससे ग्रामीणों का गुस्सा और अधिक बढ़ गया। ग्रामीणों ने तीन दिवस में समस्या का निराकरण नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
ग्रामीण लक्ष्मण शर्मा, अनील शर्मा, सीतादेवी, प्रेम देवी कविता देवी ने बताया कि गांव में पिछले चार माह से जलदाय विभाग की मोटर जली पड़ी है। इससे आधा दर्जन से अधिक मोहल्लों में जलापूर्ति नहीं हो रही है। ग्रामीणों को टैंकरों से रुपए में पानी खरीदकर प्यास बुझानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि राइजिंग लाइन में लीकेज होने के कारण आधा पानी घरों में पहुंचने से पहले ही व्यर्थ बह जाता है। शिकायत के बाद भी सरपंच व अधिकारी पेयजल समस्या का निराकरण नहीं करा पा रहे है। इससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। इसी प्रकार निहालपुरा गांव में जनता जल योजना के तहत बनी टंकी पिछले पांच वर्ष से पानी के अभाव में सूखी पड़ी है। ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच से कई बार मांग करने के बाद भी टंकी में पानी नहीं आया।
ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत के अधीन संचालित जनता जल योजना की टंकी में एक किलोमीटर दूर रामदेव मंदिर के ट्यूबवैल से पानी आता है। रास्ते में कुछ लोगों ने पाइप लाइन को तोडकऱ अवैध नल कनेक्शन कर लिए। इससे टंकी में पानी नहीं पहुंच पाता है। टंकी में पानी नहीं आने से निहालपुरा मुख्य गांव, खानपुर व गोला का बास ढाणियों में लोगों को 300 रुपए प्रति टंैकर के हिसाब से पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। लोगों को दो दिन में एक बार टैंकर खरीदना पड़ता है। इससे ग्रामीणों के हजारों रुपए प्रतिमाह का खर्चा प्यास बुझाने के लिए करना पड़ रहा है।
ग्रामीण लक्ष्मण शर्मा, अनील शर्मा, सीतादेवी, प्रेम देवी कविता देवी ने बताया कि गांव में पिछले चार माह से जलदाय विभाग की मोटर जली पड़ी है। इससे आधा दर्जन से अधिक मोहल्लों में जलापूर्ति नहीं हो रही है। ग्रामीणों को टैंकरों से रुपए में पानी खरीदकर प्यास बुझानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि राइजिंग लाइन में लीकेज होने के कारण आधा पानी घरों में पहुंचने से पहले ही व्यर्थ बह जाता है। शिकायत के बाद भी सरपंच व अधिकारी पेयजल समस्या का निराकरण नहीं करा पा रहे है। इससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। इसी प्रकार निहालपुरा गांव में जनता जल योजना के तहत बनी टंकी पिछले पांच वर्ष से पानी के अभाव में सूखी पड़ी है। ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच से कई बार मांग करने के बाद भी टंकी में पानी नहीं आया।
ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत के अधीन संचालित जनता जल योजना की टंकी में एक किलोमीटर दूर रामदेव मंदिर के ट्यूबवैल से पानी आता है। रास्ते में कुछ लोगों ने पाइप लाइन को तोडकऱ अवैध नल कनेक्शन कर लिए। इससे टंकी में पानी नहीं पहुंच पाता है। टंकी में पानी नहीं आने से निहालपुरा मुख्य गांव, खानपुर व गोला का बास ढाणियों में लोगों को 300 रुपए प्रति टंैकर के हिसाब से पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। लोगों को दो दिन में एक बार टैंकर खरीदना पड़ता है। इससे ग्रामीणों के हजारों रुपए प्रतिमाह का खर्चा प्यास बुझाने के लिए करना पड़ रहा है।
पेयजल समस्या पर सरपंच का घेराव
भांडारेज . कस्बे के लोगों को इन दिनों पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। पेयजल समस्या से त्रस्त ग्रामीणों ने बुधवार को स्थानीय सरपंच रामजीलाल खटीक का घेराव भी किया। इस पर उन्होंने अधिकारी से वार्ता कर शीघ्र ही जलापूर्ति की बात कही। सरपंच ने बताया कि गत एक पखवाड़े से कस्बे में पेयजल व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है। कई जगह तो 15 दिन में भी पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा है। ऐसे में ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।रानोली में लगा बोरिंग खराब पड़ा है। इससे कस्बे में पानी नहीं आ रहा है। बोरिंग दुरुस्त कराने व वैकल्पिक व्यवस्था के लिए अधिकारियों को भी सूचना दे दी गई है, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पेयजल समस्या को लेकर जिला प्रशासन सहित स्थानीय विधायक महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश को भी सूचना दी गई है। उन्होंने भी शीघ्र समस्या के समाधान करने का भरोसा दिलाया है।
जलदाय विभाग के सहायक अभियंता पप्पूलाल मीणा ने बताया कि रानोली बोरिंग में तकनीकी खराबी आ गईथी।जिसे बुधवार को दुरुस्त कर दिया गया है। ऐसे में एक दो जोनों को छोडकऱ बाकी जोनों में सात दिवस में पानी की आपूर्ति की जा रही है। कस्बे में खोदी गई बोरिंग का पानी खारा है। इस कारण उस पानी की आपूर्ति नहीं की जा सकती। ऐसे में दो नए कुएं खोदने व तीन पुराने कूपों को गहरा कराने का एस्टीमेट तैयार कर विभागीय अधिकारी को भेजा जा रहा है। जिससे कस्बे की पेयजल व्यवस्था में सुधार आ सके। इसके अलावा भी रानोली बोरिंग पर भी जाकर पूरी व्यवस्थाओं को देखा है।