आस्थाधाम में छाई वीरानी
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के कपाट गत मंगलवार दोपहर प्रशासन द्वारा बंद करवा कर दर्शनों पर अस्थाई रोक लगाने से आस्था धाम में श्रद्धालुओं की चहल-पहल खत्म हो गई। इसके चलते स्थानीय व्यापारियों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। व्यापारियों में व्यापार को लेकर चिन्ता है। जिस धार्मिक नगरी मैं श्रद्धालुओं का आए दिन सैलाब उमड़ पड़ता था, वहीं धार्मिक नगरी गत मंगलवार से वीरान है7 मेहंदीपुर बालाजी का बाजार चौबीसों घंटे भक्तों की रेलम पेल से आबाद रहता था, वहीं बाजारों में अभी खामोशी है। यहां पर अधिकांश दुकानें धार्मिक सामान पूजा सामग्री प्रसाद आदि की है। जो कि बाहर से आए श्रद्धालुओं पर निर्भर है। अब मंदिर बंद होने के कारण श्रद्धालु नहीं आ रहे हैं। इससे स्थानीय दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के कपाट गत मंगलवार दोपहर प्रशासन द्वारा बंद करवा कर दर्शनों पर अस्थाई रोक लगाने से आस्था धाम में श्रद्धालुओं की चहल-पहल खत्म हो गई। इसके चलते स्थानीय व्यापारियों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। व्यापारियों में व्यापार को लेकर चिन्ता है। जिस धार्मिक नगरी मैं श्रद्धालुओं का आए दिन सैलाब उमड़ पड़ता था, वहीं धार्मिक नगरी गत मंगलवार से वीरान है7 मेहंदीपुर बालाजी का बाजार चौबीसों घंटे भक्तों की रेलम पेल से आबाद रहता था, वहीं बाजारों में अभी खामोशी है। यहां पर अधिकांश दुकानें धार्मिक सामान पूजा सामग्री प्रसाद आदि की है। जो कि बाहर से आए श्रद्धालुओं पर निर्भर है। अब मंदिर बंद होने के कारण श्रद्धालु नहीं आ रहे हैं। इससे स्थानीय दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है।