चार में से दो लेन होगी फास्टैग
जेएमटीपीएल कंपनी के जीएम वसुंधरा राव ने बताया कि टोल प्लाजा पर दोनो ओर चार-चार लेन है। कंपनी की पहले तीन लेन फास्टैग रखने की तैयारी थी, लेकिन टोल से प्रतिदिन गुजरने वाले वाहनों में 40 प्रतिशत ही फास्टैग वाले वाहन हैं। ऐसे में तीन लेन रखने पर टोल पर यातायात व्यवस्था गड़बड़ाने की संभावना थी। इसलिए कंपनी अब टोल प्लाजा पर दो लेन फास्टैग की रखेंगे तथा दो-लेन कैश की है। फास्टैग वाली लेन में भीड़ कम होने से वाहन चालकों को निकलने में समय कम लगेगा। कैश वाली लेन में वाहनों की कतार लग सकती है। जानकारी के अनुसार सिकंदरा टोल से प्रतिदिन गुजरने वाले 15 हजार वाहनों में से अभी तक 4 हजार वाहन फास्टैग वाले हैं।
फास्टैग लेन में घुसे तो दोगुना लगेगा चार्ज
टोल मैनेजर ने बताया कि फास्टैग लेन में बिना टैग लगे वाहन के घुसने पर दो गुना चार्ज वसूला जाएगा। फास्ट टैग कार्ड वाले वाहन मालिक द्वारा टोल से निकलते समय कार्ड में बैलेंस नहीं होने पर भी दोगुना राशि ली जाएगी। ऐसे में कार्ड धारक को टोल से गुजरते समय कार्ड में पर्याप्त बैलेंस रखना होगा। उन्होंने बताया कि उपयोगकर्ता फास्ट टैग कार्ड का बैलेंस बैंक खाते से भी कनेक्ट कर सकता है। वाहन चालक फास्ट टैग कार्ड टोल प्लाजा पर बैठे बैंक प्रतिनिधि, किसी भी बैंक शाखा, ईमित्र, पेटीएम व गूगल से कार्ड बनवा सकते हैं।
समय व तेल की होगी बचत
टोल मैनेजर ने बताया कि एनएचएआई ने सभी राष्ट्रीय राजमार्ग पर फास्ट टैग लागू करने के आदेश जारी कर दिए। फास्ट टैग लेन से गुजरने के दौरान टोल प्लाजा पर लगी मशीन व कैमरे से वाहन पर लगा टैग स्कैन होते ही बैरियर अपने आप खुल जाएगा। ऐसे में जो वाहन चालक फास्ट टैग सुविधा लेंगे, उन वाहन चालकों को टोल से निकलने के दौरान अधिक समय तक लेन में खड़ा नहीं होना पड़ेगा। साथ ही पेट्रोल व डीजल की बर्बादी भी नहीं होगी। लोकल व स्थानीय वाहन चालकों को फास्ट टैग सुविधा लेने पर पूर्ववर्ती रियायत शुल्क ही लागू रहेगी। इसके लिए स्थानीय वाहन चालकों को वाहन की आरसी व दस्तावेज टोल प्लाजा पर जमा कराने होंगे।