Interesting competition, Dausa and Jaipur joint winners declared
फाइनल मुकाबले में एक तरफ अनुभवी एजी राजस्थान तो दूसरी तरफ नए खिलाडिय़ों से सुसज्जित डीएफए दौसा की टीम थी। डीएफए दौसा के फारवर्ड विष्णु और विशाल ने शुरुआत में एक के बाद एक अटैक किए, परंतु सफल नहीं हो पाए। दूसरी ओर एजी राजस्थान की ओर से नरेंद्र, अजय ने कई अटैक किए, लेकिन सद्दाम व गोलू वाल्मीकि के डिफेंसिव खेल से गोल करने में नाकाम रहे। हाफ के बाद दोनों टीमों ने तेजतर्रार खेल दिखाया। दौसा के लोकेश ने डिफेंस को चकमा देते हुए गोल में शॉट मारा, लेकिन पोल से टकराकर बॉल वापस आ गई। मैच बराबरी पर होकर टाईब्रेकर में चला गया।
टाई ब्रेकर में दोसा की ओर से गोलू और जुबिन ने गोल की तथा एजी राजस्थान की ओर से नरेंद्र और अजय ने गोल की। फिर से दोनों टीम बराबरी पर आ गई। आखिरकार अंधेरा होने के कारण दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया गया। सुरेश पीटीआई और कृष्णअवतार शर्मा की ओर से दोनों टीमों को नकद पुरस्कार दिए गए।
प्रवक्ता पवन शर्मा ने बताया कि हाजी रमजानी खान व हाजी इरफान सिद्धकी की स्मृति में हुई प्रतियोगिता में उनके साथ खेले हुए खिलाड़ी ओमप्रकाश बापीवाल, अतुल नागर, ओम प्रकाश शर्मा, बिहारीलाल राजोरिया, बाबूसिंह गुर्जर, दिनेश पारीक आदि का स्मृति चिह्न देकर सम्मान किया गया। इस दौरान समरवीर सिंह, रंगीला, वकार अहमद, अनूप नागर, कदीर राजा, तंजीम रजा, जावेद खान, अखिलेश सिंह आदि मौजूद रहे।
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