बिना किसी आदमी की गैर मौजूदगी में घर आने की बात को लेकर दोनों के विवाद हो गया था, जिसकी रंजिश को लेकर व लेन-देन के विवाद में आरोपी जितेश ने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर षड़यंत्र रचा। बत्तूलाल को घटना के दिन गुरुवार शाम को खेत पर साथ ले जाकर अवैध देशी कट्टे से गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने जितेश के अलावा, रामनाथ मीना, विकास मीना व अशोक मीना निवासी ब्रह्मबाद को गिरतार किया है। मामले का खुलासा करने में मेहंदीपुर बालाजी थाना पुलिस के अलावा सिकंदरा, मानपुर, साइबर सेल व डीएसटी की भूमिका भी रही।
अनशन पर बैठा भाई
खुलासे से पूर्व मृतक बत्तूलाल का छोटा भाई जयसिंह कार्रवाई की मांग को लेकर शनिवार को थाने के बाहर अनशन पर बैठा रहा। डीएसपी दीपक मीना और बालाजी थाना प्रभारी गौरव प्रधान ने समझाइश के प्रयास किए, लेकिन मृतक के परिजनों आरोपियाें की गिरतारी, परिवार में एक जने को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपए मुआवजा राशि आदि मांग की।
आत्महत्या का रूप देने का प्रयास
पुलिस के अनुसार घटना को आत्महत्या का रूप देने के लिए मृतक की पेंट जेब में एक जिंदा कारतूस रख दिया तथा देशी कट्टे को मौके पर पटक दिया। साथ ही पुलिस को गुमराह करने के लिए मृतक के फोन से ही आरोपी जितेश को कॉल कर फायर होने की जानकारी दी गई। इसके बाद आरोपी जितेश अपने साथ काम कर रहे मजदूरों को लेकर घटनास्थल पहुंचता व मृतक को गाड़ी में रखकर पुलिस को सूचना देता है। पुलिस ने साइबर सेल, मुखबिर सहित तकनीक का उपयोग करते हुए आरोपियों की चालाकी का पर्दाफाश कर दिया।