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दौसा

नगर निकाय चुनाव: गुलाबी रंग की ईवीएम से होगा मतदान

जिले में पहली बार मल्टी पोस्ट-सिंगल वोट मशीन का होगा उपयोग

दौसाDec 01, 2020 / 11:24 pm

Rajendra Jain

नगर निकाय चुनाव: गुलाबी रंग की ईवीएम से होगा मतदान

दौसा.नगर परिषद के चुनाव के लिए आई राज्य निर्वाचन आयोग की मशीन।

गौरव खण्डेलवाल

दौसा. नगर निकाय चुनाव के तहत जिले में पहली बार राज्य निर्वाचन आयोग की मल्टी पोस्ट सिंगल वोट (एमपीएसवी) इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का उपयोग किया जाएगा। इन ईवीएम का रंग गुलाबी है। इससे पहले पंचायत से लेकर लोकसभा तक के चुनावों में भारत निर्वाचन आयोग की नीले रंग की ईवीएम से मतदान हुआ है। हालांकि नई ईवीएम का उपयोग करने में मतदाता को निकाय चुनाव में रंग के अलावा कोई फर्क महसूस नहीं होगा, क्योंकि निकाय चुनाव मल्टी नहीं सिंगल पोस्ट के लिए हो रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि जिले में आगामी पंचायतराज चुनाव में जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्य के लिए मतदान एक साथ हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में एमपीएसवी मशीन उपयोगी होंगी। इसी वजह से निकाय चुनाव में एमपीएसवी का प्रायोगिक तौर पर उपयोग हो रहा है। जिला मुख्यालय पर करीब 900 बेलेट यूनिट व 450 कंट्रोल यूनिट निकाय चुनाव के लिए उपलब्ध हो गई हैं।
8 पदों के चुनाव कराने की क्षमता
मल्टी पोस्ट सिंगल वोट मशीन की कंट्रोल यूनिट में एक साथ 8 पदों का चुनाव कराने की क्षमता है। पंचायतराज चुनावों के दौरान पंच, सरपंच, पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्य चुनाव एक साथ कराने में ये मशीनें उपयोगी हैं। हालांकि राज्य निर्वाचन आयोग के पास इन मशीनों की संख्या कम होने के कारण अब तक हुए पंचायतराज चुनाव सिंगल पोस्ट वाली मशीनों से ही कराए गए हैं।
एक पद पर भी किया जा सकता है वोट : एक साथ दो या इससे अधिक पद के लिए चुनाव होने की स्थिति में मतदाता सिर्फ एक ही पद के लिए मतदान करना चाहे तो वह भी संभव है। इसके लिए वह इच्छित पद के लिए निर्धारित प्रत्याशी का बटन दबाकर आखिर का ‘एंडÓ बटन दबाकर जा सकता है। ‘एंडÓ बटन दबाने पर ही अगले मतदाता के लिए वोटिंग प्रक्रिया शुरू होगी। अगर मतदाता बिना ‘एंडÓ बटन दबाए जाएगा तो पोलिंग पार्टी को मशीन रिस्टार्ट करनी पड़ेगी। हालांकि आगामी निकाय चुनाव में मशीन के ये फीचर उपयोगी नहीं हैं।
दिव्यांग ला सकते हैं मददगार
पंचायतराज चुनाव में दिव्यांग मतदाता की मदद पीआरओ करते हैं। निकाय चुनाव में वोटिंग के लिए दिव्यांग अपनी मदद के लिए किसी भी 18 वर्ष से नागरिक को ला सकते हैं। इसके लिए सहघोषणा पत्र भरकर देना होगा। वहीं निकाय चुनाव में मतदान के दौरान प्रत्याशी के एजेंट की ओर से किसी मतदाता की पहचान पर ऐतराज जताने पर 2 रुपए चुनौती शुल्क भी लगेगा। पंचायतराज चुनाव में यह शुल्क नहीं था।
15 बटन की मशीन, मेमोरी कार्ड भी अलग
भारत निर्वाचन आयोग की सिंगल पोस्ट-सिंगल वोट वाली ईवीएम में नोटा सहित 16 बटन होते थे। निकाय चुनाव में प्रयोग होने वाली एमपीएसवी में नोटा सहित 15 बटन उपयोग के लिए होंगे। हालांकि 16वां बजट ‘एंडÓ का होगा, लेकिन वह निकाय चुनाव में मतदाता के लिए उपयोग का नहीं है। प्रत्याशियों की संख्या 14 से अधिक होने पर अलग से बेलेट यूनिट लगेगी। एमपीएसवी में मेमोरी कार्ड भी लगा है, जिसे सिक्योर डिटेचेबेल मेमोरी मोड्यूल (एसडीएमएम) कहा जाता है। नीले रंग की ईवीएम में कंट्रोल यूनिट में ही मेमोरी रहती थी। गुलाबी ईवीएम में मेमोरी कार्ड अलग से होता है। आवश्यकता होने पर मेमोरी कार्ड को हटाकर डाटा को सुरक्षित रखा जा सकता है, पूरी कंट्रोल यूनिट को रखने की जरूरत नहीं है।
मास्टर टे्रनरों ने समझी प्रक्रिया
राज्य निर्वाचन आयोग की मल्टी पोस्ट सिंगल वोट के साथ निकाय चुनाव के लिए मास्टर ट्रेनरों की मंगलवार को पीजी कॉलेज में आमुखीकरण कार्यशाला हुई। इसमें ईवीएम व पोल प्रक्रिया के अलग-अलग सत्र आयोजित किए गए। स्टेट लेवल मास्टर ट्रेनर पवन कटारिया, पीयूष शर्मा, जितेन्द्र बारोलिया, कैलाश कट्टा, रमेश कुमार आदि ने प्रशिक्षण दिया। एडीएम लोकेश मीना व प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के सहायक प्रभारी राजीव व्यास ने जायजा लिया। अब 4 दिसम्बर को पीठासीन अधिकारी और प्रथम मतदान अधिकारियों का प्रशिक्षण होगा। अंतिम प्रशिक्षण 10 दिसम्बर को सम्बंधित उपखण्ड मुख्यालय पर होगा।
इनका कहना है…
निकाय चुनाव में मल्टी पोस्ट सिंगल वोट मशीन का उपयोग होने जा रहा है। इसके लिए मास्टर टेनर्स को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हालांकि निकाय चुनाव में मतदाता को इसमें कोई फर्क नहीं लगेगा। मतदाता उसी तरह मतदान करेंगे, जैसा पहले करते आए हैं।
पीयुष समारिया, जिला निर्वाचन अधिकारी दौसा
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