बाद में लालसोट विधायक डॉ.किरोड़ीलाल मीना ने समझाइश की।
सुबह 10 बजे राजमार्ग पर धूलकोट होटलों के समीप मृतक परमल सैनी के परिजन व ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। इस दौरान मृतक का शव जिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम के लिए रखा था। परिजनों ने बिना कार्रवाई एवं मुआवजे के पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया।
ग्रामीण राजमार्ग के नजदीक ही धरने पर बैठ गए। सूचना पर मौके पर पहुंची एसडीएम शैफाली कुशवाह, नायब तहसीलदार प्रेमराज मीना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाशचंद शर्मा, वृत्ताधिकारी महेंद्रकुमार शर्मा, मानपुर थानाप्रभारी करणसिंह राठौड़, बालाजी थानाप्रभारी राजीव डूड़ी, सिकंदरा थानाप्रभारी रामेश्वर बगडिय़ा व चार थानों का पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंच गया। अधिकारियों ने परिजनों व ग्रामीणों को समझाया। इस दौरान एक प्रतिनिधिमंडल लालसोट विधायक डॉ. किरोड़ीलाल मीना से मिला।
विधायक मीना ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल से हुई बातचीत में दाहसंस्कार के लिए सहमति बनी। तीसरे की बैठक के बाद रणनीति तैयार की जाएगी। पीडि़त परिवार को उचित मुआवजा दिलवाया जाएगा। विधायक के आश्वासन व अधिकारियों की समझाइश के बाद दोपहर करीब तीन बजे परिजन शव के पोस्टमार्टम व दाहसंस्कार के लिए राजी हुए।
इस दौरान महात्मा ज्योतिबा फुले संस्थान अध्यक्ष घासीलाल सैनी, लटूरमल सैनी, हीरालाल सैनी, आरपी सैनी, गिर्राज सैनी, रंगलाल सैनी, रामहेत सैनी, फतेहसिंह सैनी सहित अन्य समाज के प्रतिनिधियों ने अधिकारियों से वार्ता कर पीडि़त परिवार को उचित मुआवजा दिलवाने की मांग की। उन्होंने बताया कि मृतक के पांच बच्चियां व एक बच्चा है। पूरे परिवार में सिर्फ वही कमाने वाला था।
देर रात शव ले गए दौसा बांदीकुई. युवक की मौत के बाद शहर के सिकंदरा रोड स्थित निजी नर्सिंग होम में शनिवार रात हुआ हंगामा करीब १२ बजे शांत हुआ। पुलिस व प्रशासन शव को दौसा जिला चिकित्सालय ले गया। जहां शव का मेडिकल बोर्ड से रविवार को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
इस दौरान उपखण्ड अधिकारी हिम्मत सिंह, बसवा तहसीलदार सुमन चौधरी, प्रशिक्षु आरपीएस महेन्द्र शर्मा, पुलिस वृत्ताधिकारी नवाब खां, मानपुर थाना प्रभारी कर्णसिंह एवं सिकंदरा, बसवा थाना प्रभारी वीरसिंह, थाना प्रभारी रामेश्वर बगडिय़ा एवं स्थानीय थाना प्रभारी निरंजनपालसिंह ने करीब दो घण्टे तक परिजनों को समझाइश की, लेकिन परिजन मुआवजा दिए जाने की मांग पर अड़ गए। उल्लेखनीय है कि इससे पहले लोगों ने उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए पथराव कर दिया और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। पथराव में चिकित्सालय की एम्बुलेंस के शीशे भी टूट गए।