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माता-पिता को बीमारी लील गई, अनाथ हुए तीन भाई-बहन

Parents suffer illness, orphaned three siblings… बीमार चाचा के कंधों पर है भारचाचा के भी हैं पांच बेटियां, प्रधानमंत्री आवास योजना का नहीं लाभ

दौसाNov 21, 2019 / 11:16 am

Rajendra Jain

माता-पिता को बीमारी लील गई, अनाथ हुए तीन भाई-बहन

माता-पिता को बीमारी लील गई, अनाथ हुए तीन भाई-बहन

दौसा. सरकार ने गरीब व अनाथ बालकों के हितों के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रखी हैं, लेकिन उनका लाभ बहुत ही कम परिवारों को मिल रहा है। ऐसा ही एक परिवार रामगढ़ पचवारा उपखण्ड की ग्राम पंचायत डूंगरपुर का है। तीन अनाथ भाई-बहनों को किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।
ग्राम पंचायत डूंगरपुर के पीपली पातलवास गांव में तीन भाई बहनमाता-पिता की बीमारी से मौत के बाद अब अनाथ हो गए। अब उनके लालन- पालन की जिम्मेदारी बीमार चाचा रामलाल पर आ गई है। बीमार चाचा के भी पांच बेटियां हैं। ना तो इस परिवार को प्रधानमंत्री आवास की सुविधा मिली है और ना ही पालनहार समेत अन्य योजनाओं का लाभ मिल पा रहा है।
आठवीं कक्षा में पढऩे वाली किरण मीना ने बताया कि उनकी मां मनभरी देवी की करीब 10 वर्ष पहले मौत हो गई थी। गरीबी के कारण पापा रामस्वरूप मीना (45) भी अपना इलाज नहीं करा पाए और उनकी भी 19 अक्टूबर 2019 को मौत हो गई।
बालिका ने बताया कि बड़ी बहन मौसमी राहुवास सरकारी स्कूल में कक्षा 9 में और छोटा भाई दिलराज 8वीं में पढ़ता है। उनके चाचा रामलाल की हालत भी बीमारी से गम्भीर है। उनके भी पांच बेटियां हैं। अभी वे भी उनके चाचा के पास ही रहती हैं। तंगहाली में कुल आठ बच्चों के साथ एक-एक दिन मुश्किल से निकल रहा है।
टिनशेड में रहने को मजबूर
साजानपुरा निवासी रामप्रताप मीना व पातलवास निवासी विष्णु मीना ने बताया कि इस परिवार की हालत बहुत गरीब है। बालिकाओं को प्रधानमंत्री आवास योजना में पक्का मकान नहीं मिला है। वे सीमेंट के चद्दरों में रहने को मजबूर हंै। बरसात में पानी टपकता है। सर्दी-गर्मी में भी मुश्किल होती है। ग्राम पंचायत ने उनके परिवार को इंदिरा आवास भी मुहैया नहीं कराया है।
पानी के लिए भटकना पड़ रहा है
परिवार के पास बोरवेल आदि की सुविधा नहीं है। न ही हैण्डपम्प लगा हुआ है। दूसरी जगह से पानी लाना पड़ता है।
पीपली पातलवास के इस परिवार की उनको कोई जानकारी नहीं है। ग्राम विकास अधिकारी से जानकारी लेकर बालकों को लाभ दिलवाएंगे।
योगेश कुमार मीना, विकास अधिकारी लालसोट


मुखिया की मौत के बाद रोजी-रोटी का संकट
परिवार ने लगाई मदद की गुहार
मानपुर. पांचोली गांव में मुखिया की मौत होने के बाद एक परिवार के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इससे यह परिवार भटकने के लिए मजबूर हो रहा है। सीताराम जागा (32) की 11 नवंबर को मौत होने के बाद परिवार में कोई कमाने वाला नहीं बचा है। उसकी मौत के बाद परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट बन गया है। परिवार की इतनी दयनीय स्थिति बन गई है कि सुबह-शाम भरपेट खाना भी नहीं मिल पा रहा है। इसके बावजूद किसी भी जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी ने इस परिवार पर ध्यान नहीं दिया है। मृतक सीताराम के एक छोटा बेटा वह एक बेटी है। मृतक के पिता (72) भी बीमारी से ग्रसित है, वहीं माता भी काफी बुजुर्ग है। मां-बाप के सामने बुढ़ापे की लाठी टूट गई है। मृतक की बेटी सुमन जागा ने प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से आर्थिक सहायता की मांग की है।

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