सूचना प्रोद्यौगिकी एवं संचार विभाग के तहत जिले में करीब 1800 ई-मित्र संचालित हैं। इन पर 300 से अधिक प्रकार की सेवाएं तक उपलब्ध कराई जाती है। इसमें महाविद्यालयों में प्रवेश आवेदन, शुल्क जमा कराना, प्रतियोगी परीक्षाओं के आवेदन, नल-बिजली बिल, आरटीई के तहत प्रवेश, छात्रवृत्ति, जमाबंदी नकल, आधार कार्ड बनवाने एवं संशोधन समेत अन्य कार्य शामिल है। वहीं सरकार की ओर से जरुरतमंद लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोडऩे के लिए संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के आवेदन आदि कार्य भी ई-मित्र के माध्यम से ही होते हैं।
एक हजार से अधिक आबादी पर खुलेंगे ई-मित्र
अब एक हजार से अधिक आबादी वाले राजस्व गांवों में भी ई-मित्र खोले जाएंगे। वहीं तहसील एवं उपतहसील मुख्यालयों पर भी ई-मित्र प्लस मशीनें लगाई जाएंगी। इससे कोई भी व्यक्ति स्वयं के स्तर पर भी कार्य कर सकता है। इसमें गिरदावरी, डिजीटल साइन जमाबंदी एवं साइन डिजिटल साइन नक्शा नई सेवाएं शुरू की गई है।
गत दिनों मिली थी फर्जी सील
शहर में ई-मित्रों पर ओवररेट आदि की शिकायतों के बाद गत दिनों दौसा एसडीओ डॉ. गोरधनलाल शर्मा ने शहर में ई-मित्रों का निरीक्षण किया गया था। इस दौरान दो ई-मित्रों पर फर्जी सील तक पाई गई थी। ऐसे में मामला दर्ज कराने के निर्देश दिए गए थे।
आरएस बैरवा, उपनिदेशक, सूचना प्रोद्यौगिकी एवं संचार विभाग, दौसा Prepare to restrain e-Friend operators, authorize SDO for action