गुढ़लिया की गादरवाड़ा ब्राह्मणान से दूरी भी महज 2 किलोमीटर है। जबकि कोलवा की दूरी 7 किलोमीटर है, लेकिन जनता की मांग की अनदेखी करते हुए गुढ़लिया से हटाकर कोलवा में जोड़ दिया गया है। प्रशासन लगातार अनदेखी करता आ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि यदि मांग नहीं मानी तो एकजुट होकर उग्र आन्दोलन पर उतारू होना पड़ेगा। गौरतलब है कि ग्रामीणों की ओर से राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला लगा रखा है। इसके चलते एक दिन तो छात्रों को रास्ते में बैठकर पढ़ाई करनी पड़ी।
विनोद सैनी, कुबेर बोहरा, हरिमोहन शर्मा, अजय शर्मा, बालकिशोर शर्मा, रामसहाय सैनी, दिनेश शर्मा, छोटी सैनी, गुडडी सैनी, कलावती, गीता, राजंती, मंजू एवं बच्छी ने भी विरोध जताया।
Panchayat Reorganization…. दौसा . बीघावास गांव को नवीन ग्राम पंचायत ठीकरिया में जोडऩे के विरोध में ग्रामीणों ने दूसरे दिन शनिवार को भी धरना जारी रखा। घासीलाल गुर्जर ने कहा कि ग्राम पंचायत हिंगोटिया से हटाकर बीघावास के साथ राजनीतिक विश्वासघात हुआ है। गुर्जर महासभा के पूर्व अध्यक्ष देवनारायण गुर्जर ने कहा कि सरकार को जल्द मांग माननी चाहिए। ग्रामीणों ने निर्णय किया कि मांग नहीं मानने तक वे चुनाव प्रक्रिया में भाग नहीं लेंगे। इस दौरान ओकार पटेल, बद्री, कन्हैयालाल, रामचंद्र, सरपंच माया बैरवा, रमेश बैरवा, बजरंगलाल शर्मा, हरिसिंह गुर्जर, रामभजन, रामसिंह, धारासिंह, गंगासहाय, कानाराम, गंगालाल, देवकरण, मंगलराम, कैलाश गुर्जर आदि थे।
Panchayat Reorganization…. महुवा. ग्राम पंचायत बालाहेड़ी को नवसृजित पंचायत समिति बैजूपाड़ा में जोडऩे को लेकर चल रहा धरना-प्रदर्शन शनिवार को भी जारी रहा। सरपंच पूरण खींची ने बताया कि बालाहेड़ी से बैजूपाडा केलिए परिवहन सुविधा नहीं है व दूरी भी अधिक है। जबकि महुवा की दूरी 10 किलोमीटर ही है तथा थाना व तहसील भी महुवा लगती है। इस मौके पर विजय अग्रवाल, लेखराज, रामखिलाडी,अमरसिंह, उपसरपंच देवी सहाय, गिरधारी, रामसिंह, पुनीत ताम्बी, ओमप्रकाश तांबी, रामस्वरुप आदि मौजूद थे।