इस सम्ंबंध में कुण्डल वनपाल नाका के फोरेस्टर लोकेन्द्रसिंह गुर्जर ने एक अन्य वीडियो जारी कर बताया कि उनके पास शाम 5 बजे क्षेत्रीय वनाधिकारी बबलूराम मीना का कॉल आया कि कुछ उच्चाधिकारी व जिले के प्रशासनिक अधिकारी नर्सरी पर शाम को 7 बजे विजिट करेंगे। यहां अधिकारियों को बैठने के लिए चार कुर्सियां व एक टेबल खरीदकर लानी है। इस पर तुरन्त कुर्सियां व टेबल लाकर नर्सरी पर रख दी।
कुछ समय बाद सूचना मिली कि क्षेत्रीय वनाधिकारी व सदर थाना नाका फोरेस्टर व एक अवैध खननकर्ता शराब-पानी सहित अन्य चीजें मंगवाकर कुर्सियों पर बैठकर पार्टी कर रहे हैं। क्षेत्रीय वनाधिकारी ने कुण्डल नाके के गार्ड को बुलाकर पार्टी में शामिल होने के लिए भी कहा। फोरेस्टर लोकेन्द्र ने बताया कि पार्टी कर रहे रेंजर व अन्य फोरेस्टर को ऐसा करने का उलाहना दिया तो रेंजर ने उस पर टै्रक्टर वालों से बंधी लेने का आरोप लगा दिया।
कुछ समय बाद सूचना मिली कि क्षेत्रीय वनाधिकारी व सदर थाना नाका फोरेस्टर व एक अवैध खननकर्ता शराब-पानी सहित अन्य चीजें मंगवाकर कुर्सियों पर बैठकर पार्टी कर रहे हैं। क्षेत्रीय वनाधिकारी ने कुण्डल नाके के गार्ड को बुलाकर पार्टी में शामिल होने के लिए भी कहा। फोरेस्टर लोकेन्द्र ने बताया कि पार्टी कर रहे रेंजर व अन्य फोरेस्टर को ऐसा करने का उलाहना दिया तो रेंजर ने उस पर टै्रक्टर वालों से बंधी लेने का आरोप लगा दिया।
आरोप गलत हैं रेंजर बबलू राम मीना का कहना है कि उन पर लगाए गए आरोप गलत है, उच्चाधिकारियों के निरीक्षण का दौरा था, लेकिन किसी कारणवश कैंसिल हो गया। उन्होंने नाका परिसर में केवल खाना खाया था। कुण्डल फोरेस्टर अवैध खनन में लिप्त है, 5-7 दिन पहले मैंने उसे लैटर थमा दिया था, इसलिए वो उनसे ऐसे ही चल रहा है।