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उत्तराखंड में बारिश बनी काल,बारिश से अब तक 8 की मौत व 4 लापता,36 घंटे का अलर्ट जारी

locationदेहरादूनPublished: Aug 06, 2018 05:55:32 pm

Submitted by:

Prateek

दरअसल उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है…

(पत्रिका ब्यूरो,देहरादून): उत्तराखंड में हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से कुल 8 लोगों की मौत और 4 लोगों के लापता होने की आधिकारिक पुष्टि उत्तराखंड आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र की ओर से की गई है। पिछले 24 घंटे में 6 और सोमवार की सुबह 2 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा सोमवार की सुबह 4 लोग लापता हुए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग को अंदेशा है कि लापता 4 लोगों की भी मौत हो गई है, हालांकि अब तक आपदा प्रबंधन विभाग ने आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।


दरअसल उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। सोमवार को आगामी 36 घंटे के लिए मौसम विभाग ने फिर से अलर्ट जारी किया है। गत रविवार की सुबह 6 लोगों की मौत हुई, जिसमें कोटद्वार के आमडाली की पहाड़ी में मैक्स जीप पर बोल्डर गिरने से तीन, अल्मोड़ा के देघाट से रामनगर आ रही आल्टो कार मछोड़ और सोराल के बीच फिसलने से 2 लोगों की मौत और ऋषिकेश में एक बाइक सवार एक कांवडिए की मौत हुई है। इसके अलावा हरिद्वार और पिथौरागढ़ में पानी के तेज बहाव से 4 लोगों के लापता होने की सूचना है। इसके इतर चमोली और उत्तराकाशी में एक-एक शख्स की मौत पहाड़ी से दबने से हुई है।


केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मांगा नुकसान का आंकडा

सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय ने प्रदेश सरकार से नुकसान का औसत आंकड़ा तीन दिनों के अंदर पेश करने को कहा है। बारिश का असर चारधाम यात्रा और कैलाश मानसरोवर यात्रा पर भी पड़ा है। तीर्थयात्रियों को स्पष्ट आदेश दिया जा चुका है कि बिना जिला प्रशासन के आदेश के किसी भी धाम की यात्रा नहीं करें। बारिश और भूस्खलन की चपेट में आए तीर्थयात्रियों को बाहर निकलने के लिए हेलीकाप्टर की मदद भी ली जा रही है। सरकार के प्रवक्ता और शहरी विकास मंत्री ने दावा किया कि सभी तीर्थयात्री सुरक्षित हैं। कोई भी लापता नहीं है। मरने वालों में सभी स्थानीय व्यक्ति हैं। केंद्र सरकार निरंतर प्रदेश सरकार के संपर्क में है। प्रदेश के चार जनपदों में भूस्खलन होने की वजह से दो राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 20 ग्रामीण मार्ग बंद पड़े हुए हैं।


हो रहा राहत कार्य

आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र के अधिशासी निदेशक डा.पीयूष रौतेला के मुताबिक सरकार की आपदा प्रभावित क्षेत्रों पर पूरी नजर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में राशन,केरोसिन और जरूरी समान पहुंचाए जा रहे हैं। डा.रौतेला के मुताबिक बारिश थमने पर ही नुकसान का पता चल पाएगा। आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में काफी नुकसान की खबर है लेकिन तेज बारिश की वजह से अब तक यह पता नहीं लग पाया है कि कुल कितने रुपए की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। हालांकि सोमवार को भी केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्तराखंड में बारिश की वजह से हुए नुकसान की जानकारी मांगी है लेकिन सटीक सूचना नहीं होने की वजह से केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी नहीं मिल पाई है।

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