देशभर में फैला था जाल
अजय सिंह ने बताया कि आरोपियों द्वारा चारधाम यात्रा में हेली टिकट बुकिंग के नाम पर और होटल बुकिंग के लिए उत्तराखंड, यूपी, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, गोवा में पर्यटकों से ठगी की जाती रही है। आरोपी पूर्व में यात्रा गुरु कंपनी में काम करते थे, जहां लोगों से ट्रेवल एजेंसी, हेली टिकट और होटलों की बुकिंग के नाम से धोखाधड़ी की जाती थी। इस कंपनी का संचालन राजबीर सिंह करता था, जिसे मास्टरमाइंड माना जा रहा है। पुलिस के मुताबिक गिरोह के सरगना राजबीर ने इंडियन ट्रेवल्स नाम से वेबसाइट बनाई। इसे हैलो ट्रेवल्स सहित अन्य कंपनियां लगभग 500 कस्टमर का डेटाबेस देती थीं। इसकी एवज में हर महीने कंपनियों को 25 हजार रुपए दिए जाते थे। कस्टमर डाटा बेस से आरोपी महीने में कम से कम 35 लोगों ठगते थे। इसके लिए फर्जी आईडी के सिम इस्तेमाल किए जाते थे। इन्हें उपयोग में लाने के बाद फेंक दिया जाता था।
फर्जी वेबसाइट बना ठगा
लोगों से ठगी के लिए इनके द्वारा एशियन होलीडेज वेबसाइट भी बनाई गई थी। इस वेबसाइट के मार्फत केदारनाथ यात्रा के हेली सेवा के टिकट के नाम पर ठगी गई राशि आरोपियों के खातों में पहुंचती थी। यह खाते भी गरीबों को गुमराह कर ले लिए जाते थे। इसके बदले लिए उन्हें प्रतिमाह तीस हजार रुपए दिए जाते थे। आरोपियों पर साइबर अपराध के तहत एफआईआर दर्ज करने के बाद उन्हें कोर्ट में पेशी कर जेल भेज दिया गया।