जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि मौसम खराब होने के चलते रेस्कयू ऑपरेशन के लिए हेलीकॉप्टर नहीं भेजे जा पा रहे हैं। रेस्कयू ऑपरेशन में एसडीआरएफ व आपदा प्रबंधन जुटे हुए हैं। यह घटना लगभग साढ़े तीन बजे हुई, घायलों में से आठ लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया है। इसके अतिरिक्त घोड़ा संचालक की मौत हो गई है व एक घोड़े की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के पास लैंडस्लाइडिंग के चलते तीर्थयात्रियों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बन्द होने से बांसवाड़ा के पास वाहनों का काफिला जमा होने लगा है।
स्थानीय निवासी राजू का कहना है ऑलवेदर रोड़ में गलत समय पर शुरू किया गया काम लोगों के लिए समस्या बनने लगा है। बरसात शुरू होते ही लोगों की परेशानियां बढ़़ने लगी हैं। केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग में में काटी गयी पहाड़िया बरसात के चलते दरकने लगी है। गहरी नींद में सोये एनएच के अधिकारी यात्रा शुरू होने के ठीक काम शुरू करवाया गया, लेकिन आधा अधूरा काम के कारण बांसवाड़ा में पहाडी तीरथयात्रियों के और समस्याएं पैदा कर सकती है। गौरतलब है शुक्रवार सुबह केदारनाथ राजमार्ग पर लैंडस्लाइडिंग होने के कारण जाम लग गया। हालात यह रही कि राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी और राहत कर्मी समय रहते मौके पर नहीं पहुंच पाए। ऐसी स्थिति में बरसात होना लोगों के लिए आफत ला सकती है।