ये नेता नहीं हुए शामिल जिससे बढ़ी चिंता
दरअसल त्रिशक्ति सम्मेलन और चुनाव संचलान समिति में पौड़ी गढ़वाल के सांसद मेजर जनरल (अवकाश प्राप्त) भुवन चंद्र खंडूड़ी और नैनीताल के सांसद भगत सिंह कोश्यारी नहीं आए। खंडूड़ी और कोश्यारी दोनों ही भाजपा हाईकमान से इन दिनों काफी नाराज चल रहे हैं। खंडूड़ी और कोश्यारी दोनों ने ही आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लडऩे की घोषणा भी की है जिससे भाजपा हाईकमान की बेचैनी काफी बढ़ी हुई है।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा हाईकमान यह बात अच्छी तरह से जानता है कि खंडूड़ी और कोश्यारी चुनाव नहीं लड़ेंगे तो वहां भाजपा का विजयी होना काफी कठिन है। पिछले दिनों ने संघ द्वारा कराए गए सर्वे में भी यह बात उभर कर समाने आई है। इधर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तरखंड भाजपा के नेताओं को स्पष्ट कहा है कि गुटबाजी को छोड़ दें वरना अंजाम भुगतने को तैयार रहें। त्रिशक्ति सम्मेलन में खंडूड़ी और कोश्यारी के नहीं पहुंचने से इस बात की चर्चा और ज्यादा ही बढ़ गई है कि वाकई भाजपा के लिए पौड़ी गढ़वाल और नैनीताल की संसदीय सीटों को लोकसभा चुनाव के दौरान बचाना काफी कठिन साबित होगा। क्योंकि मौजूदा हालात में भाजपा के पास इन दोनों सीटों के लिए कोई भी मजबूत उम्मीदवार नहीं दिख रहा है। खंडूड़ी और कोश्यारी को केंद्र में मंत्री नहीं बनाए जाने से दोनों ही संसदीय सीटों की जनता भाजपा हाईकमान विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से काफी नाराज है।
शाह ने किया यह बड़ा ऐलान
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सम्मेलन में कहा कि कोई भी पार्टी का कार्यकर्ता इस बात को लेकर भ्रम नहीं पाले कि रामंदिर का क्या होगा। राम मंदिर उसी स्थान पर ही बनेगा जहां वर्तमान में प्रभु राम विराजमान हैं। शाह ने जोर देकर कहा कि मंदिर भव्य बनेगा। इसमें किसी को भी संदेह नहीं होना चाहिए। शाह ने वादा करते हुए कहा कि राम मंदिर कांग्रेस नहीं बल्कि भाजपा ही बनाएगी। उन्होंने कहा कि समय—समय पर कांग्रेस अडंगा डालती रहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल बाबा को मंदिर के प्रकरण पर अपना स्टैंड स्पष्ट करना चाहिए। भाजपा ने तो अपना स्टैंड स्पष्ट कर दिया है।