अमरीकी पर्यटक सिखेंगे योग…
उत्तराखंड में अब भी 2187 पर्यटक फंसे हुए हैं जिनमें 1161 विदेशी और 1026 भारतीय शामिल हैं। इसमें पश्चिम बंगाल के कुल 769 पर्यटक भी शामिल हैं जो बीते 20 मार्च से ही यहां फंसे हुए हैं। उत्तराखंड सरकार इस अवधि में तीन बार पश्चिम बंगाल सरकार को सूचित भी कर चुकी है। ताकि, पर्यटकों को उनके घर भेजा जा सके, लेकिन वहां से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल पाया है। इसके बाद आखिरकार अब उत्तराखंड सरकार ने इसकी सूचना केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय को दी है। ताकि, पर्यटकों की घर वापसी का रास्ता साफ हो सके। दूसरी ओर, अमेरिका के पर्यटक अपने देश लौटना नहीं चाहते हैं। अमरीकी पर्यटकों ने ऋषिकेश में योग सीखने का फैसला किया है।
हर संभव मदद की कोशिश…
पर्यटन विभाग के मुताबिक, देवभूमि में कुल 133 अमरीकी पर्यटक फंसे हुए हैं। इन सभी को ऋषिकेश लाने की व्यवस्था की जा रही है, ताकि योग की शिक्षा उन्हें दिलाई जा सके। इधर, आस्ट्रेलिया के 5, इटली का एक, चिली के दो, कनाडा के 10, यूक्रेन के 6 और ब्राजील के 4 पर्यटकों को दिल्ली भेजा गया है। पर्यटन विभाग की संयुक्त निदेशक पूनम चंद का कहना है कि रोजाना ही देसी और विदेशी पर्यटकों को उत्तराखंड से भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो पर्यटक प्रदेश में हैं, उनकी हरसंभव मदद की जा रही है।
‘पर्यटकों को तभी भेजा जाएगा, जब वहां की सरकार सहमति प्रदान करेगी। पश्चिम बंगाल के काफी पर्यटक हैं। अधिकारी पश्चिम बंगाल सरकार के संपर्क में हैं। अमरीकी में कोरोना महामारी चरम पर है। इसलिए अमरीकी पर्यटकों ने यहीं रहकर योग सीखने का फैसला लिया है। उनसे कहा गया है कि वे अपने दूतावास को जानकारी दे दें और अपना वीजा बढ़वा लें। इसमें उत्तराखंड सरकार को कोई आपत्ति नहीं है।’
-सतपाल महाराज, पर्यटन मंत्री