शनिवार को उपचुनाव को लेकर कांग्रेस कार्यालय में बैठक में राष्ट्रीय सचिव और प्रदेश प्रभारी सचिन नायक की मौजूदगी में चुनावी रणनीति बनाने के लिये कार्यकर्ताओं के साथ बैठक हो रही थी। इसी दौरान महिला कार्यकर्ता तारा यादव पहुंचीं और वहां हंगामा हो गया। इस घटना के वायरल वीडियो में महिला कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी दफ्तर में अपना विरोध जताती हुई नजर आ रही हैं। हंगामे के बीच वहां मौजूद दर्जन भर कांग्रेस कार्यकर्ता महिला नेत्री के पास आकर उस पर चिल्लाने लगते हैं और उन्हें धक्का देते हुए उनके साथ मारपीट करते नजर आते हैं। वीडियो के मुताबिक महिला किसी नेता से बात कर रही होती हैं उसी दौरान पीछे से उनके सिर पर तेज हाथ लगता है और मारपीट शुरू हो जाती है।
गलत आदमी को टिकट का विरोध करने पर हुई पिटायी: तारा
घटना के बाद मीडिया से बातचीत में महिला नेता ने आरोप लगाया कि पार्टी ने रेप के आरोपी को टिकट दिया है, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचेगा। अपनी यही बातें वह सबके सामने रख रही थीं, लेकिन उनकी बात सुनने के बजाय उनके साथ मारपीट की गई। उन्होंने कांग्रेस पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ पार्टी हाथरस में पीड़िता के लिये न्याय की मांग कर रही है और दूसरी ओर चुनाव में बलात्कार के आरोपी को टिकट दे रही है। उन्होंने कहा है कि अब उन्हें प्रियंका गांधी का इंतजार है। वह एक महिला हैं और पार्टी की महिला नेता के साथ मारपीट की इस दुखद घटना पर जरूर कुछ करेंगी।
कांग्रेसी नेताओं की शर्मनाक करतूत: पीयूष गोयल
उधर कांग्रेस की बैठक में महिला नेता के साथ मारपीट का वीडियो वायरल होते ही सत्ताधारी दल बीजेपी ने इस पर प्रतिक्रिया देने में देर नहीं लगाई। केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के दिन सामने आई कांग्रेसी नेताओं की शर्मनाक करतूत। देवरिया, उत्तर प्रदेश में कांग्रेसियों द्वारा अपनी ही महिला कार्यकर्ता के साथ सार्वजनिक रूप से मारपीट करना बेहद दुखद एवं निंदनीय है। एक सभ्य समाज में इस प्रकार का व्यवहार स्वीकार नहीं किया जा सकता। उधर केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा है कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता चुनावी टिकट मांगने के लिये एक महिला को पीट रहे हैं।
महिला आयोग ने लिया संज्ञान
महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा, ऐसे बीमार लोग राजनीति में कैसे आ जाते हैं? उन्होंने इस मामले में संज्ञान लेने की भी बात कही।
कांग्रेस की सफाई
उधर इस मामले में कांग्रेस ने सफाई देते हुए महिला नेत्री के आरोपों को गलत बताया है। स्थानीय मीडिया को दिये बयान में कांग्रेस जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने कहा है कि नेत्री सदर विधानसभा उपचुनाव में टिकट मांग रही थी। डेढ़ दर्जन दावेदारों में से किसी एक को ही टिकट मिलना था। इससे नाराज होकर उन्होंने शनिवार को राष्ट्रीय सचिव के साथ बदसुलूकी की। उनके आरोप निराधार हैं।
भाजपा विधायक के निधन से खाली हुई है सीट
बताते चलें कि देवरिया जिले की सदर विधानसभा सीट से विधायक जन्मेजय सिंह के अगस्त 2020 में निधन के बाद यह सीट खाली हुई है। उनका लखनऊ में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।