एक सप्ताह पूर्व ही गए थे घर से असम राइफल्स में सूबेदार के पद पर तैनात कल्पनाथ चंद रोज पहले ही छुट्टी आए थे। वह छुट्टी पूरी कर एक सप्ताह पहले 11 फरवरी को ही गांव से मणिपुर गए थे।
पुत्र को दी सूचना, सभी सन्न तैनाती स्थल के लिए गांव से रवानगी को आठ दिन ही हुए थे कि मौत की खबर आ गई। सेना की तरफ से कल्पनाथ के पुत्र विशाल को उनके हृदयाघात से निधन की खबर दी गई। निधन की खबर से सभी सन्न रह गए। गांव में मातम पसर गया। क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
परिजनों के करूण क्रन्दन से नम हुई हर किसी की आंखें परिजनोंं का करूण क्रन्दन सुन हर किसी की आंखें नम हो गईं। दहाड़े मारकर रोती पत्नी और बिलखते बच्चों के रूदन से माहौल गमगीन था।
शोक संंवेदना व्यक्त करने वालों का घर पर लगा तांता असमय ही काल के गाल में समाए कल्पनाथ बहुत ही मिलनसार व्यक्ति थे। कल्पनाथ के निधन की खबर जिसको भी मिली, वहीं उनके घर की तरफ चल पड़ा। उनके आवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए पहुंचनेवालों का पूरे दिन तांता लगा रहा।