मास्टर प्लान में जेडीए परिधि क्षेत्र को तीन भागों में बांटा गया है, इसमें यू—1, यू—2 व यू—3 शामिल है। यू-1 एरिया नगर निगम सीमा तक का हिस्सा है। यू-2 एरिया नगर निगम सीमा के आखिर छोर से जेडीए के उस हिस्से तक आता है जहां आबादी कम है। करीब—करीब रिंग रोड की परिधि के भीतरी हिस्से तक। वहीं, यू-3 एरिया पूरी तरह ग्रामीण क्षेत्र है।
जेडीए ने सितम्बर, 2015 में जमीनों की आरक्षित दरों में अप्रत्याशित वृद्धि की थी। बिल्डर भी जमीनों की आरक्षित दरों को कम करने के लिए कई बार सरकार व जेडीए को कहते रहे।
जोन 11: 6 हजार रुपए से घटाकर 4 हजार रुपए और जोन 12 में 6 हजार से घटाकर 5 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर यहां कम हुई दर
कालवाड़ रोड… (250 मीटर दोनों साइड हाथोज तक)— 16 से घटाकर 14 हजार रुपए
हाथोज करधनी एक्सटेंशन स्कीम… 12 हजार से घटाकर 9 हजार रुपए
आकेडा डूंगर… 14 हजार से कम कर 10 हजार रुपए
कॉमर्शियल स्कीम मालवीय नगर… 14 हजार से बढ़ाकर 16 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर
लक्कड़ पत्थर मंडी… 14 हजार से बढ़ाकर 16 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर जोन 5 व 7…
यू 1 एरिया में 12 हजार व 14 हजार प्रति वर्गमीटर दर थी। अब समान रूप से 12 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर।
यू 1 एरिया में 12 हजार व 14 हजार प्रति वर्गमीटर दर, जो अब समान रूप से 10 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर होगी। यानि, 4 हजार रुपए तक की कमी। जोन ९ – दिल्ली रेलवे लाइन से जगतपुरा-गोनेर तक
यू-1 – 12 हजार व 14 हजार अलग—अलग दर। अब समान रूप से 10 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर।
यू-२ – 8 हजार व 10 अलग—अलग दर अब समान रूप से 8 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर रहेगी।
यू-३ – 10 हजार रुपए से 2 हजार रु. प्रति वर्गमीटर कम दर। यानि, यहां आरक्षित दर 8 हजार प्रति वर्गमीटर रहेगी।
यू-1 – 12 हजार व 14 हजार से घटाकर समान रूप से 8 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर।
यू-२ – 8 व 10 हजार से घटाकर समान रूप से 6 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर