मामले में कांटफोड़ पुलिस ने गत 5 अगस्त को बदमाश के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था, किंतु गिरफ्तार नहीं कर सके थे। आदिवासी युवा शक्ति व ग्रामीणों ने पुलिस को केस दर्ज करवाने वाले दिन आवेदन दे दिया था कि आरोपित 12 अगस्त तक गिरफ्तार नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा। गिरफ्तारी की मांग को लेकर रविवार को दिन में ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगाने के साथ ही थाने का घेराव भी कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी व आसपास के थाने के थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और गुस्साए ग्रामीणों को शांत किया।
पुलिस के अनुसार ग्राम निमलाय के का आरोपित बद्रीलाल (40) पिता धन्नालाल ने पहली वारदात गत 4 अगस्त को आदिवासी समाज की 18 साल की बालिका के साथ सेंव-परमल खिलाने के बहाने बुलाकर मुंह पर कपड़ा बांध दुष्कर्म कर दिया था। इस वारदात के बाद बदमाश ने अगले दिन 5 अगस्त को ग्राम की 13 साल की नाबालिग जब घर अकेली थी, उसी समय आरोपित घर से उठाकर छेड़छाड़ करते हुए ले जा रहा था। बालिका का शोर मचाने पर ग्रामीणों ने जैसे-तैसे बालिका को उसके चंगूल से बचाया था।
मामले में उसी दिन कांटाफोड़ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था। रविवार तक आरोपित को गिरफ्तार नहीं करने पर गुस्साए ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर बिजवाड़-सतवास मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। सूचना मिलने पर एडिशनल एसपी ग्रामीण नीरज चौरसिया, बागली एसडीओपी अनिलसिंह राठौर, कन्नौद एसडीओपी निर्भयसिंह अलावा, कन्नौद थाना प्रभारी अमित सोनी, सतवास थाना प्रभारी हरीश जेजुलकर सहित अन्य थाने के टीआई और बल कांटाफोड़ पहुंच गए। भारी पुलिस बल की उपस्थिति में आदिवासी समाज के लोग आरोपित को फांसी की सजा देने की मांग पर अड़ गए। काफी देर तक पुलिस अधिकारियों ने समझाया, जिसके बाद ग्रामीणजन घर के लिए रवाना हो गए।
पहले से गिरफ्तार कर रखा था पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपित को पुलिस ने रविवार को दिन में या इससे पहले ही राउंडअप कर लिया था। आदिवासी समाजजनों के हंगामे के बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी शो की है। ग्रामीणों का कहना है कि आरोपित अपने पास चाकू सहित अन्य हथियार रखकर काफी समय से ग्रामीणों को डराता रहा है।