बोर्ड परीक्षाओं के लिए पूरे जिले मेें कुल 99 केंद्र बनाए गए हैं। नकल पर अंकुश के लिए शिक्षा विभाग सहित प्रशासन के अधिकारियों को भी जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं, लेकिन कई केंद्रों पर सामूहिक रूप से नकल चल रही है। ऐसे ही दो केंद्र देवास शहर में हैं जो चर्चाओं में हैं। इनमें से एक मुख्य शहर में स्थित है जबकि एक बाहरी क्षेत्र में, इन दोनों ही केंद्रों पर प्राइवेट परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं। इनके अलावा एक केंद्र सोनकच्छ में पुष्पगिरि के समीप है, यहां भी प्राइवेट विद्यार्थियों का केंद्र है, जहां नकल हो रही है। इन केंद्रों पर केंद्राध्यक्ष व सहायक केंद्राध्यक्ष भी अफसरों की मर्जी से तैनात किए गए हैं। नकल को लेकर वैसे तो अफसरों ने पहले चुप्पी साध रखी थी, लेकिन जब टोंकखुर्द, पीपलरावां क्षेत्र में नकल की स्थिति का खुलासा हुआ और भोपाल से टीम आई तो ताबड़तोड़ इंतजाम किए गए और बीच परीक्षा के दौरान विशेष प्रेक्षकों को केंद्रों पर भेजा गया।
जानकारी के अनुसार पूरे जिले के लिए करीब 14 विशेष प्रेक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई, जिन्हें देवास शहर के विभिन्न केंद्रों सहित टोंककला, टोंकखुर्द, भौंरासा, सोनकच्छ, चौबाराधीरा, हाटपीपल्या आदि क्षेत्रों में पेपर वाले दिनों में भेजा गया। हालाकि अधिकांश को दो-तीन पेपरों के बाद फिर से हटा लिया गया है। शिक्षा विभाग के सूत्रों की मानें तो परीक्षाओं के दौरान पिछले दिनों टोंककला व टोंकखुर्द में नकल के खुलासे के मामले सिर्फ ध्यान भटकाने वाले हैं ताकि शहर के केंद्रों से लोगों का ध्यान हटा रहे। पूरे मामले को लेकर चर्चा के लिए डीईओ सीबी. केवट से मोबाइल पर संपर्क किया गया, लेकिन बात नहीं हो सकी।
यह है विशेष प्रेक्षकों को दिए गए पत्र का मजमून डीईओ कार्यालय से विशेष प्रेक्षकों के लिए जारी हुए पत्र में लिखा है कि कार्यालय में प्राप्त गोपनीय सूचना के अनुसार परीक्षा केंद्रों पर नियुक्त पर्यवेक्षकों/ परीक्षार्थियों द्वारा वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर बोलकर हल करा दिए जाते हैं। विशेष प्रेक्षक को परीक्षा केंद्र में सतत निरीक्षण कर उक्त प्रवृत्ति पर अंकुश लगाना है। साथ ही यदि ऐसी परिस्थिति परीक्षा केेंद्र पर पाई जाती है तो गोपनीय प्रतिवेदन जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय को प्रस्तुत किया जाए। विशेष प्रेक्षक को इन निर्देशों से अन्य किसी कर्मचारी या केंद्राध्यक्ष को अवगत नहीं कराना है। आवश्यक न हो तो नकल प्रकरण बनाना भी आवश्यक नहीं है।
मुझे जानकारी नहीं इस मामले के संबंध में मुझे किसी तरह की जानकारी नहीं है। यह सुनने में जरूर आया था कि विशेष प्रेक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिला शिक्षाधिकारी ने अपने स्तर से इनकी तैनाती के इंतजाम किए गए होंगे। मेरी जानकारी में कुछ केंद्रों पर दो-चार प्रकरण बनाए जाना है, लेकिन कहीं पर भी सामूहिक नकल जैसी स्थिति नहीं है।
-एससी. द्विवेदी, सहायक संचालक शिक्षा देवास।