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हाटपीपल्या में… देवास-इंदौर जिले के बदमाशों ने लूटा था फाइनेंस कर्मचारियों को

-रैकी करने के बाद लूटे थे 6.63 लाख रुपए, 5-6 थानों की टीमें लगीं धरपकड़ में, दो आरोपित हिरासत में

देवासMay 27, 2019 / 11:16 am

Amit S mandloi

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देवास. हाटपीपल्या में तीन दिन पहले निजी फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों की आंखों में मिर्च पावडर झोंककर हुई6.63 लाख रुपए की लूट के मामले में पुलिस की टीमें लगातार लुटेरों की खोजबीन में लगी हैं। हाटपीपल्या के अलावा करीब आधा दर्जन अन्य थानों से भी अधिकारी व जवानों को बदमाशों की धरपकड़ के लिए लगाया गया है। अब तक दो आरोपितों को हिरासत में लिया जा चुका है जबकि दो अन्य की तलाश की जा रही है। पकड़े गए आरोपितों से लूट की कुछ राशि भी मिली है। हालांकि अभी पुलिस ने वारदात का अधिकृत खुलासा नहीं किया है।
23 मई को दिनदहाड़े दो बाइक से आए चार बदमाशों ने हाटपीपल्या की ग्रीन पार्क कॉलोनी में भारत फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के दो कर्मचारियों को निशाना बनाया था। कंपनी के राहुल मेवाड़ा, राजमल गोयल संस्था के कार्यालय से ६.६३ लाख रुपए लेकर बैंक में जमा करवाने के लिए जा रहे थे। रास्ते में सुनसान जगह पर आए चार बदमाशों ने इन कर्मचारियों की आंखों में मिर्च पावडर झोंका और मारपीट भी की थी। धारदार हथियार से डरा-धमकाकर रुपए लूट ले गए थे। मामले में पुलिस ने लूट का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की थी।
राशि अधिक होने के कारण यह लूट पूरे जिले में चर्चाओं में है। पुलिस पर लूट करने वाले बदमाशों की धरपकड़ का दबाव भी था। ऐसे में हाटपीपल्या के अलावा बागली, बरोठा, सतवास सहित अन्य थाना क्षेत्रों की टीमें भी लगाई गईं। इन टीमों ने कई बार अलग-अलग तो कई बार साथ में मिलकर चापड़ा, करनावद, कमलापुर, डबलचौकी, बागली, खुड़ैल आदि क्षेत्रों में बदमाशों की खोजबीन शुरू की। कई संदिग्धों को पकड़कर पूछताछ की गई।
इसी दौरान कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे जिसके बाद सफलता मिलने की शुरुआत हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार लूट की वारदात में शामिल दो बदमाशों को कमलापुर व डबलचौकी क्षेत्र से दबोचा जा चुका है, उनके दो फरार साथियों में से एक इंदौर जिले का निवासी बताया जा रहा है, जबकि दूसरे की स्थिति फिलहाल स्पष्ट नहीं है। इन आरोपितों ने रैकी करने के बाद वारदात को अंजाम दिया था। चूंकि अभी दो आरोपित नहीं मिले हैं और लूट की काफी राशि भी बरामद करना बाकी है इसलिए मामले का खुलासा नहीं किया जा रहा है।
मुख्य सरगना हाटपीपल्या का ही रहने वाला

वारदात का सरगना हाटपीपल्या का ही निवासी बताया जा रहा है जिसने पूरी प्लानिंग की थी। इसमें उसके तीन अन्य साथियों ने मदद की। आरोपितों ने फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों के कैश लेकर बैंक जाने-आने की कई बार रैकी की, इसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया। मुख्य सरगना ढाबा कारोबार से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
जांच चल रही है
मामले की जांच चल रही है, कुछ सुराग मिले हैं जिसके आधार पर आरोपितों की धरपकड़ के प्रयास किए जा रहे हैं।

-मुकेश इजारदार, टीआई हाटपीपल्या थाना।

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