शहर में बाढ़ से राहत के लिए नगर निगम की टीम सक्रिय रही। शंकरनगर के नाले का निरीक्षण आयुक्त विशाल सिंह ने किया एवं टीम को अपने संसाधनों के साथ अलर्ट कर जलजमाव वाले क्षेत्रों में भी पहुंचाया। लोक निर्माण एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जल जमाव वाले क्षेत्रों में तत्काल पानी की निकासी का काम प्रारंभ किया। शंकरनगर में नाले में अधिक पानी आने से मकानों के आस-पास खुले स्थानों पर बारिश का पानी जमा हो गया था। इस कारण आसपास के मकानों में रहने वाले लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर जिला प्रशासन के सहयोग से नगर निगम की टीम ने बाहर निकाला और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। तहसीलदार पूनम तोमर व महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल ने जेतपुरा, बिलावली, भगवती ऐवेन्यू, ब्राह्मणखेड़ा, जमना विहार कॉलोनी, बजरंग नगर, आवास नगर, इटावा, डाइट कॉलेज, सनसिटी पार्ट-2, सम्राटपुरी, दुर्गा नगर, खाटूश्याम मंदिर, लक्ष्मण नगर, राजोदा रोड छात्रावास, चंद्रतारा नगर, मल्हार रोड, भेरूमंदिर के पास, मॉडल स्कूल में निगम की टीम द्वारा पानी की निकासी की गई। यहां तहसीलदार व महापौर प्रतिनिधि ने रहवासियों से चर्चा की।
ये नदियां रहीं उफान पर
इंदोर-बैतूल हाइवे, देवगढ़ व सोनकच्छ में कालीसिंध नदी, चापड़ा-बागली मार्ग पर गुनेरा-गुनेरी नदी, नेवरी में गांगी नदी, बरोठा क्षेत्र में रुद्रवंती नदियां उफान पर रहीं। इसके कारण सैकड़ों लोग दोनों किनारों पर फंसे रहे। इसके अलावा कई अन्य क्षेत्रों में नदियों सहित नाले उफान पर रहे।
बरदू. ग्राम कुमारियाराव के समीप लोदरी नदी में बाढ़ आने से बीसाखेड़ी के किसान मोहनसिंह राठौर व नाहर सिंह राठौर खेत पर काम करते समय बुधवार दोपहर बाढ़ में फंस गए। जलस्तर बढऩे पर में खेत में स्थित खाखरे के पेड़ पर चढ़ गए। सूचना मिलने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, दोनों किसानों को बचाने के प्रयास किए लेकिन सफलता नहीं मिली। दोपहर मेंं सूचना मिलने पर पुलिस, नगर परिषद सोनकच्छ की टीम सहित एसडीएम अभिषेक सिंह, एसडीओपी पीएन गोयल सहित अन्य अधिकारी व देवास से भी अधिकारी पहुंचे। यहां किसानों को निकालने के प्रयास पुलिस-प्रशासन ने ग्रामीणों के साथ मिलकर किए लेकिन सफल नहीं हुए। इसके बाद देवास जिला मुख्यालय से बोट मंगवाई गई, हालांकि बोट आने के पहले किसानों को शाम करीब 5.30 बजे सकुशल निकाल लिया गया।
मंगलवार से लेकर बुधवार सुबह की स्थिति में पूरे जिले में औसत बारिश 76 मिमी करीब तीन इंच दर्ज हुई। इस दौरान हाटपीपल्या में 145 मिमी, सोनकच्छ में 135 मिमी बारिश दर्ज की गई। देवास में 53 मिमी, टोंकखुर्द में 28, बागली में 78, उदयनगर में 72.40, कन्नौद में 64, सतवास में 47, खातेगांव में 62 मिमी बारिश दर्ज हुई। जिले में इस सीजन में 34 इंच औसत बारिश दर्ज की जा चुकी है। पिछले साल तक इस अवधि तक करीब 20 इंच बारिश ही हुई थी।