सीएम राइज स्कूल बागली में भ्रष्टाचार: 34.50 करोड़ से बन रहे भवन में लगा रहे थे पुराना सरिया
देवास. निजी स्कूलों की तर्ज पर हाइटेक सुविधाएं देने के लिए देवास जिले में 7 सीएम राइज स्कूल खोले गए हैं। इनके भवनों का निर्माण कुछ जगह चल रहा है, इनमें से कुछ जगह मनमाने तरीके से मापदंडों को दरकिनार करके काम किया जा रहा है। बागली में सीएम राइज स्कूल भवन निर्माण कार्य के दौरान ठेकेदार द्वारा बाहर से पुराना सरिया लाकर उसका ही उपयोग शुरू कर दिया गया और पिलर खड़े कर दिए गए। इसी बीच लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव एसवी सिंह निरीक्षण के दौरान टीम सहित पहुंचे। गड़बड़ी मिलने पर उन्होंने तुरंत निर्माण कार्य तोडक़र नए सिरे से काम करने के आदेश दिए जिसके बाद निर्माण कार्य को तोड़ा गया था। अब इस काम में सुपरविजन करने वाली निजी संस्था को ब्लैक लिस्टेड करने की प्रक्रिया वरिष्ठ स्तर से चल रही है, हालांकि ठेकेदार पर कार्रवाई को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। गौरतलब है कि बागली के सीएम राइज भवन के लिए 34.50 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत हुई है। निर्माण कार्य लोनिवि पीआईयू द्वारा करवाया जा रहा है। ठेकेदार के अलावा कई अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध इस पूरे मामले में ठेकेदार के साथ ही काम से जुड़े कई अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध है। इतना बड़ा गड़बड़झाला बिना मिलीभगत के संभव नहीं लग रहा है। बागली के लोगों के अनुसार पुराना सरिया कई वाहनों में लोड करके बाहर से लाया गया था, एक जगह इसका ढेर भी लगा हुआ था। यह कैसे संभव है कि मॉनिटरिंग या अन्य कार्य से आने-जाने वाले अधिकारियों की सारियों पर नहीं पड़ी हो जबकि इनको बांधने के बाद पिलर भरने में कई दिनों का समय लगा था। जब पुराना सरिया आया था तो इसकी जानकारी लेने के लिए कुछ लोगों ने अंदर जाने का प्रयास किया था लेकिन उनको रोक दिया गया था। अन्य स्कूल भवनों की गुणवत्ता पर भी सवाल बागली के सीएम राइज स्कूल भवन के निर्माण इतनी बड़ी गड़बड़ी पकड़े जाने से जिले के अन्य निर्माणाधीन सीएम राइज स्कूल भवनों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। गौरतलब है कि बागली के अलावा सन्नौड़ कुछ अन्य जगह भी भवनों का निर्माण हो रहा है, जिला मुख्यालय में अभी काम शुरू नहीं हुआ है। वर्जन बागली के सीएम राइज स्कूल भवन का जितना निर्माण हुआ था उसे तुड़वाकर फिर से काम करवाया गया है। सुपरविजन करने वाली संस्था को वरिष्ठ स्तर से ब्लैक लिस्टेड करने की प्रक्रिया चल रही है। -सीमा प्रभाकर, कार्यपालन यंत्री, भवन पीआईयू देवास।