बच्चे की तबियत बिगड़ने के बाद उसे देवास से इंदौर के एमवाए अस्पताल रेफर कर दिया गया था। इंदौर में ही इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। फिलहाल डॉक्टरों ने चमकी बुखार की पुष्टि नहीं की है लेकिन आशंका जताई जा रही है बच्चे की मौत चमकी बुखार के कारण हुई है। हालांकि चिकित्सकों का कहना है कि बगैर किसी जांच के बुखार की पुष्टि नहीं की जा सकती।
बिहार में चमकी का कहर
बिहार का मुजफ्फरपुर और उसके आसपास के कई जिले चमकी बुखार (एईएस) की चपेट में हैं। चमकी बुखार के कारण बिहार में अब तक 164 बच्चों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि यहां करीब 503 बच्चे चमकी बुखार की चपेट में हैं।