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गरीबों के आवास के सर्वे के नाम पर प्रति फार्म मांग रहा था 15 हजार रुपए, आडियो हो गया वायरल

– 10 फार्म जमा कराने की बात कह रहा था फरियादी, सब इंजीनियर बात करने से बच रही

देवासFeb 21, 2019 / 11:36 am

हुसैन अली

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देवास.
सरकार ने गरीबों के आवास की योजना बनाई है,लेकिन में लोग गड़बड़ी करने से नहीं चूक रहे है। दरअसल योजना के पहले सर्वे होता है। इस सर्वे में नाम आने के लिए सबइंजीनियर के नाम से एक तत्कालीन कर्मचारी सरेआम 15 हजार रुपए प्रति फार्म मांग रहा है। ये फर्जीवाड़ा पार्षद इरफान अली ने पकड़ा। इसके बाद अली ने पूरा मामला आयुक्त नरेंद्र सूर्यवंशी को बताया। जिस पर उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया। जबकि इंजीनियर को आए ही दो महीने हुए है और धीरज उनके नाम की आड़ लेकर पैसों की मांग कर रहा था। अब सब इंजीनियर खुद उसकी शिकायत करने का मन बना रही है।
10 फार्म जमा कराने के नाम पर प्रति फार्म 15 हजार रुपए की मांग की जा रही थी। रुपए की मांग करने वाले कर्मचारी का नाम धीरज गेहलोत है। वह साफ बोल रहा है कि मैं तो कुछ नहीं लूंगा लेकिन सर्वे करने वाली सब इंजीनियर इंदू भारती लेंगी। सरकार कच्चे मकान को पक्का करने के लिए ढाई लाख रुपए देती है। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद ही इन्हेंरुपए दिए जाते है। पत्रिका के पास आडियो रिकार्डिंग सेव है।
फरियादी वाहिद और कर्मचारी धीरज के बीच हुई बातचीत के अंश
फरियादी वाहिद बोल रहा हूं।
कर्मचारी धीरज हा बोले।
धीरज अपने पास कितने फार्म है।
वाहिद 10 फार्म हो जाएंगे।
धीरज अच्छा 10 एक हो जाएंगे, 10 ही पैमेंट दे देंगे।
वाहिद हा 10 ही पैमेंट दे देंगे, पर कितने ।
धीरज अरे मैं तुमने प्रेम वाली बात कर रहा हूं, मैं तुमसे एक रुपए भी नहीं कमाउंगा। देखो 10 हजार रुपए हर फार्म के लगेंगे,मैं सामने वाले को पैसा दे दूंगा। अच्छा सुनो जिनके फार्म कराओगे उनसे 15 हजार रुपए लेना पड़ेंगे, इसमें मुझे तो कुछ दिलाव देना वाहिद भाई।
वाहिद 15??
धीरज मेरे वाले में तो कुछ नहीं लूंगा।
वाहिद 15 तो बहुत ज्यादा है।
धीरज मैं एक रुपए भी नहीं कमा रहा हूं।
वाहिद इंदू मैडम भी तो सर्वे करने आई थी।
धीरज आएंगी ना वो तो। क्या दिक्कत आ रही
वाहिद फिर उसका क्या मैटर, वो मांगेंगे तो
धीरज इंदू मैडम पैसे थोडी मांगेंगे।
वाहिद कल से मैडम को पता चला तो।
धीरज अरे यार…इंदू मैडम को पैसे हम देंगे, तुम क्यों पैसे दोगे, अधिकारी को डायरेक्ट दे दोगे क्या।
वाहिद किसी ने पार्षद को बोल दिया तो क्या।
धीरज अरे यार बात सुनो, फार्म जमा करे। सर्वे करा लिया सबका। 10 नाम के सर्वे करा लिए। सर्वे कर गई इंदू मैडम
वाहिद मेरा तो सर्वे ही नहीं हुआ ना।
धीरज अभी किसका सर्वे करने आई वो। जिनके सर्वे हो गए है उनसे बात कर लो। बात कर लोग और कल फार्म दे दो, ज्यादा समय बचा नहींहै। इसलिए फोन किया कि वाहिद भाई के फार्म होना चाहिए।
आपके माध्यम से मुझे जानकारी मिली है। मेरे पास अभी तक कोई शिकायत नहीं है। अगर आती है तो कार्रवाई की जाएगी।
नरेंद्र सूर्यवंशी, आयुक्त नगर निगम

मैं तो अस्सिटेंट इंजीनियर पर हूं। निचला स्टाफ अगर मेरे नाम से ले रहा है तो मुझे क्या पता। पहले भी सुनने आया है कि कु छ गलत हो रहा है। मैंने कहा कि अगर कोई प्रूफ देगा तो वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दूंगा। मैं उसको जानती तक नहीं हूं। मैं ईमानदारी से काम कर रही हूं मेरा नाम गलत तरीके से लिया जा रहा है। वरिष्ठों से मार्गदर्शन लेकर मैं खुद उसकी शिकायत करूंगी।
इंदू भारती, अस्सिटेंट इंजीनियर
मेरा देवास से तबादला नागदा हो चुका है। वो रोज मुझे फोन कर रहा था, उसे टालने के लिए मैंने बोल दिया, वैसे मेरा कोई लेना देना नहीं है। नागदा के सीएमओ से बात करता हूं।
धीरज गेहलोत, कर्मचारी
गरीबों से सर्वे के नाम पर लूट मचा रखी है। कई पक्के मकानों का फर्जी सर्वे करके पैसा दिया जा रहा है। जो गरीब कच्ची झोपड़ी में रह रहा है उससे सर्वे के नाम से 10 हजार रुपए मांगे जा रहे है। मैंने पूरा मामला आयुक्त को बता दिया है।
इरफान अली , पार्षद

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