खतरे के निशान से ऊपर नर्मदा, 886 पर पहुंचा जलस्तर, 890 होते ही 20 गांवों पर डूब का खतरा
देवास. बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बीते दिनों से लगातार हो रही बारिश का क्रम शुक्रवार को भी जारी रहा। नेमावर में नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान से 1 फीट ऊपर पहुंच गया है। अभी नर्मदा का जलस्तर 886 फीट पर है। 890 फीट पर पहुंचते ही 20 गांवों पर डूब का खतरा मंडरा जाएगा। यहां एनडीआरएफ की टीम के साथ ही होमगाड्र्स के जवान तैनात हैं।
must read : 39 घंटे में करीब 4 इंच रिकॉर्ड तोड़ बारिश, देर रात तक जारी रहा बारिश का दौर, अब तक 43.3 इंच नेमावर तहसीलदार अलका एक्का ने बताया कि नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जरूर गया है लेकिन स्थिति अभी तक सामान्य है। निचले इलाको की बस्तियों के परिवारों को चार दिन पहले ही दूसरी जगह शिफ्ट किया जा चुका है। मेडिकल सुविधाएं भी गांवों तक पहुंचाई जा रही है। पुलिस प्रशासन की टीम मुस्तेद है और हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। नेमावर में बारिश के कारण एक मकान की दीवार ढह गई थी जिस पर प्रशासनिक अमले ने राहत कार्य किया। उक्त परिवार को दूसरी जगह शिफ्ट करने का कहा, लेकिन उन्होंने जाने से मना कर दिया। एनडीआरएफ की टीम, गोताखोर, होमगाड्र्स के जवान तैनात हैं। नावों की व्यवस्था की गई है।
must read : एमवाय अस्पताल में जलजला, मरीज-डॉक्टर हैरान-परेशान, देखें वीडियोउफान पर आ गए थे नदी-नाले इस बार बारिश की झड़ी लग गई है। गत दिनों से लगातार बारिश जारी है। आसपास के अंचलों के नदी-नाले उफान पर आए थे। बुधवार को नेमावर में स्थिति बिगडऩे लगी थी। यहां नर्मदा का जलस्तर 889 फीट पर जा चुका था। खतरे के निशान 885 फीट से चार फीट अधिक जलस्तर बढ़ा था। इसके बाद कलेक्टर डॉ. श्रीकांत पांडेय, एसपी चंद्रशेखर सोलंकी नेमावर गए थे। नाव में बैठकर हालातों का जायजा लिया। कुछ परिवारों को शिफ्ट किया गया था।
890 फीट होते ही रहेगी चिंता बताया जा रहा है कि खतरे के निशान तक तो नेमावर में किसी तरह की दिक्कत नहीं आती। जलस्तर 890 फीट तक पहुंचने पर चिंता शुरू होती है और करीब 20 गांवों पर असर पड़ता है। इन गांवों के लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाता है। बरघी बांध के गेट खोलने पर जलस्तर बढ़ता है। तवा बांध के गेट खोले जाने का भी असर होता है। इसके चलते सभी चौकीदारों को अलर्ट किया गया है कि लगातार सूचना देते रहें।
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