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महापौर ने मंत्री को लगाया फोन, मेरे शहर की 500 अवैध कॉलोनियों के लिए कदम उठाएं सरकार 22 मई की रात को करीब 10.15 बजे निगम सभापति एहमद पुराना बस स्टैंड क्षेत्र स्थित कस्साबान मस्जिद में नमाज पढऩे के बाद अपने घर राधागंज लौटे थे। घर के बाहर कार से उतरते ही बाइक से आए दो नकाबपोश बदमाशों ने उन पर गोली चला दी थी, जिसमें एहमद बाल-बाल बच गए थे। बीएनपी थाना पुलिस ने मामले में अज्ञात आरोपितों के खिलाफ जानलेवा हमले सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज करके जांच शुरू की थी। गोली चलाने के बाद एहमद के साथियों ने कुछ दूर तक बदमाशों का पीछा भी किया गया था, लेकिन वो हाथ नहीं लगे थे। सूचना मिलने पर एसपी चंद्रशेखर सोलंकी, एएसपी जगदीश डावर सहित कई अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे थे।
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पेयजल समस्या, सहायता राशि न मिलने और भूमि पर कब्जा हटाने के मिले आवेदन मामले की जांच करते हुए पुलिस ने सबसे पहले पुराना बस स्टैंड से लेकर राधागंज तक के रास्ते व आसपास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किए। कई दिनों में करीब 50 कैमरों के फुटेज देखे गए, जिसमें एहमद की कार (एमपी41 बीसी3555) का पीछा करते हुए बिना नंबर की बाइक पर संदिग्ध नजर आए। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली की उक्त घटनाक्रम के तार देवास शहर व विजयागंज मंडी क्षेत्र के गांव रालामंडल से जुड़े हुए हो सकते हैं। इसके बाद पुलिस ने इन क्षेत्रों में संदिग्धों के घर जाकर जांच-पड़ताल की तो दो लोगों के गायब होने का पता चला। इनके नाम राहुल पंवार निवासी रालामंडल व विनीत गुप्ता निवासी विजयनगर सामने आए। ये इंदौर की एक गैंग से जुड़े हुए हैं, हालाकि पुलिस अधिकारियों ने इस संबंध में कुछ भी स्पष्ट रूप से कहने से इनकार किया है।
-भोपाल, उज्जैन, आगर-मालवा में दी दबिश : आरोपितों की धरपकड़ के लिए पुलिस की टीमों ने भोपाल, उज्जैन, आगर-मालवा सहित कुछ अन्य जगहों पर संभावित स्थानों पर दबिश दी, लेकिन उनका पता नहीं चला। बाद में दोनों आरोपित मक्सी-शाजापुर क्षेत्र में एक ढाबे से गिरफ्तार किए गए। जिन्होंने पूछताछ में गोली चलाने की बात स्वीकारी।
-बस स्टैंड से लग गए थे पीछे, राहुल ने चलाई थी गोली : दोनों आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि बस स्टैंड से ही वो एहमद की कार के पीछे लग गए थे। बाइक विनीत चला रहा था, जबकि राहुल पीछे बैठा था। राहुल ने ही 315 बोर के देशी कट्टे से फायर किया और फिर वहां से भाग निकले थे।
-सहयोगी मनीष सोनी ने की थी रैकी : दोनों आरोपितों ने सहयोगी के रूप में मनीष सोनी निवासी मुखर्जीनगर का नाम पुलिस को बताया। मनीष ने ही घटना के पहले एहमद के आने-जाने वाले रास्ते की रैकी की और एहमद के मस्जिद से निकलने की सूचना भी दी थी। बाद में मनीष आरोपितों के पीछे बायपास तक भी गया और नागूखेड़ी बायपास से दोनों को लेकर अपने घर मुखर्जीनगर पहुंचा।
-अगले दिन ट्रेन से भोपाल चले गए थे : घटना के अगले दिन 23 मई को मनीष ने राहुल व विनीत को ट्रेन में बैठाकर उन्हें भोपाल रवाना किया था। घटना में जिस बाइक का उपयोग किया गया उसे मनीष व राहुल ने आष्टा से चुराया था। आरोपितों के कब्जे से 315 बोर देशी कट्टा जिंदा कारतूस सहित, 32 बोर की देशी पिस्टल चार जिंदा कारतूस सहित व एक अन्य बाइक (एमपी13 ईयू 2110) जब्त की गई है।
कई दिन पहले ही दबोच लिया था पुलिस ने : उधर पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपितों को कई दिन पहले ही दबोच लिया गया था, पूछताछ व हथियारों की जब्ती आदि के चलते मामले का खुलासा देरी से किया गया। आरोपितों को कोर्ट में पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया गया है।
गैंगस्टर से जुड़े होने की बात सामने आई
इंदौर के एक गैंगस्टर से जुड़े होने की बात सामने आई है, लेकिन जांच में तमाम बिंदुओं को शामिल करने व पड़ताल के बाद उसका हमले का सीधा कोई कनेक्शन सामने नहीं आया है। दोनों आरोपित अपनी दबदबा कायम करने के लिए एहमद की हत्या करना चाहते थे। आरोपितों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है, कुछ और महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है।
अनिलसिंह राठौर, सीएसपी, देवास