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VIDEO आचार संहिता की वजह से हाथ बंधे हैं वरना गला पकड़कर भुगतान करवाते…भाजपा नेताओं के कहने पर बनाए उठईगिरों के लायसेंस

–कांग्रेस अध्यक्ष नेताओं के साथ पहुंचे मंडी, अफसरों को सुनाई खरी-खोटी, भाजपा पर किए प्रहार, मंत्री से फोन पर करवाई बात

देवासMay 07, 2019 / 12:58 pm

Amit S mandloi

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देवास. कृषि उपज मंडी में व्यापारियों के भागने के मामले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। कांग्रेस इस मुद्दे को भुना रही है और भाजपा नेताओं पर आरोप लगा रही है। सोमवार को मंडी कार्यालय में पहुंचे कांग्रेस नेताओं ने संयुक्त संचालक व मंडी सचिव को खरी-खोटी सुनाई। धमकीभरे लहजे में यहां तक कह दिया कि अभी हाथ बंधे हैं। आचार संहिता खत्म होने दो। देवास विधायक व दूसरे भाजपाइयों तक पर निशाना साधा और यहां तक कहा कि भाजपा नेताओं के कहने पर ही उठईगिरों के लायसेंस बना दिए हैं। विधायक कहां है। बोर्ड मेंबर कहां है। गुलाम बनकर बैठे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने अधिकारी की मंत्री से बात करवाई और कहा कि मैं खुद मंत्री को यहां लेकर आउंगा।
दरअसल मंडी में तीसरे व्यापारी के भागने के बाद मंडी प्रशासन घेरे में है। जिला प्रशासन भी सुस्त बैठा है और कलेक्टर को सिवाय चुनाव के किसी की फिक्र नहीं है। एसडीएम मंडी जाते हैं बैठक लेते हैं निर्देश देते हैं लेकिन सुधार नहीं दिख रहा। मंडी सचिव असहाय और लाचार नजर आ रहे हैं और व्यापारियों की मनमानी चरम पर है। सोमवार को भी किसान मंडी पहुंचे और कंचनश्री ट्रेडर्स से भुगतान की मांग की। मंडी प्रशासन ने बुधवार को रुपए देने की बात कही। इस पर किसानों ने कहा कि यदि बुधवार तक रुपए नहीं दिए गए तो घेराव करेंगे। चक्काजाम करेंगे।
भुगतान नहीं किया तो ताला लगा देंगे

मंडी व्यापारियों के भागने के मामले में कांग्रेस शहर अध्यक्ष मनोज राजानी, किसान कांग्रेस अध्यक्ष हफीज घोसी आदि नेता भी मंडी पहुंचे। यहां संयुक्त संचालक मंडी बोर्ड चंद्रशेखर वशिष्ठ से तीखे लहजे में बात की। राजानी ने वशिष्ठ से कहा कि तीन व्यापारी भाग गए। भाजपा के कहने पर ही २५-५० हजार की प्रतिभूति लेकर लायसेंस बना दिए। सरकार को बदनाम कर रहे हैं। इतना ही नहीं राजानी ने मंत्री सज्जन सिंह वर्मा को फोन लगाया और वशिष्ठ की बात करवाई। बाद में कहा कि जो मकान मंडी सील करने की बात कर रही है वो तो बैंक का है। व्यापारी ने बैंक से लोन लिया था। ***** मत बनाओ। आचार संहिता खत्म हो जाने दो। मैं मंत्रीजी को लेकर यहां आउंग। हमको आपके यहां से पेमेंट चाहिए। किसी कीमत पर किसानों को भुगतान करना होगा वरना मंडी में ताला लगा देंगे।
कहां है विधायक.. कहां है मंडी बोर्ड

मीडिया से चर्चा में राजानी ने भाजपा नेताओं पर प्रहार किए और स्थानीय विधायक समेत सभी को खरीखोटी सुनाई। राजानी बोले कि जो व्यापारी चोर हैं वो भाग रहे हैं। असली व्यापारी डंके की चोट पर काम कर रहा है। भाजपा ने भ्रष्टाचार के सिवाय कुछ नहीं किया। मंडी में २५ हजार की प्रतिभूति पर करोडों का व्यापार हो रहा है। जिनकी केपेसिटी नहीं उनको लायसेंस दे दिए। सचिव की जिम्मेदारी है। भुगतान करवाना पड़ेगा। सरकार को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। भाग वो रहे हैं जिनके लायसेंस भाजपा के कार्यकाल में बने हैं। प्रदेश की सभी मंडियों में भुगतान हो रहा है तो देवास में क्यों नहीं हो रहा। मैंने मंत्री सज्जन वर्मा से अधिकारी की बात करवाई है। किसी कीमत पर भुगतान करना पड़ेगा। चुनाव आचार संहिता की वजह से हाथ बंधे हैं वरना गला पकड़कर भुगतान करवा लेते। भाजपा का बोर्ड मंडी में काबिज है। कहां है बोर्ड। अध्यक्ष कहां है। बोर्ड मेंबर कहां है। विधायक कहां है। क्या विधायक को किसानों की बात नही करना चाहिए। भाजपा के दलाल थे सब जो भाग रहे हैं । कांग्रेस की सरकार एक एक पैसा चुकाएगी। व्यापारी के मकान पर बैंक का लोन है। बैंक का अधिकार है उस पर। मंडी समिति नीलाम कैसे कर सकती है। मंडी बोर्ड खुद पैसा कमाती है उसमें से किसानों का भुगतान करे। देवास का मंडी बोर्ड नेताओं के घर गुलाम बनकर बैठा है। क्या सब नेता सोए हैं। क्या किसान उनका नहीं है।
हम बहुत शर्मिंदा हैं….

संयुक्त संचालक चंद्रशेखर वशिष्ठ ने कहा कि किसानों के भुगतान की व्यवस्था से दुखी हूं। बोलने में कष्ट होता है कि हम शर्मिंदा भी हैं। आगे से ऐसी घटना न हो इसके लिए व्यवस्था चाकचौबंद करेंगे। पहले मामले में पेमेंट करवा दिया है। दूसरे मामले में पेमेंट करवाने के लिए प्रयत्नशील है। तीसरे मामले में मंडी व्यापारी की निकासी रूकवा दी है। कंचन श्री ट्रेडर्स का माल जब्त कर लिया है। यह ए ग्रेड मंडी है तो कम से तीन लाख रुपए की प्रतिभूति होनी चाहिए। २५-५० हजार की प्रतिभूति देकर लायसेंस इसलिए दिए होंगे ताकि किसानों को कांपटिशन में अच्छा दाम मिल सके। लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई की है। तीन कर्मचारियों को सस्पेंड किया है। यदि कोई अधिकारी-कर्मचारी लापरवाही बरतता है तो नि:संदेह कार्रवाई की जाएगी। पहली प्राथमिकता हमारी यही है कि किसानों का भुगतान करवाया जाए। आंचलिक कार्यालय से हमने टीम भेजी है। उसमें जो लेटर दिया है उसमें लिखा है कि दो साल से जिन लोगों ने कोई कारोबार नहीं किया उसके लायसेंस समाप्त करें। 25-50 हजार की प्रतिभूति वालों के लायसेंस समाप्त किए जाएं।
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व्यापारी जमा करवाएंगे डेढ़ करोड़ की प्रतिभूति

इधर सुबह एसडीएम जीवन सिंह रजक ने मंडी पहुंचकर मंडी व्यापारियों की बैठक ली। व्यापारियों के भागने की घटना पर बात हुई। प्रतिभूति को लेकर भी चर्चा हुई। बैठक में तय हुआ कि व्यापारी मिलकर लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की प्रतिभूति जमा करेंगे। एसडीएम रजक ने बताया कि व्यापारियों ने तीन चार दिन में डेढ़ करोड़ रुपए की प्रतिभूति जमा करवाने का आश्वासन दिया है। किसानों को उनका पूरा भुगतान करवाया जाएगा। कंचन श्री ट्रेडर्स का जो व्यापारी माल लेकर भागा है उसका माल बेचकर भुगतान करवाएंगे। व्यापारी एसोसिएशन के शरद अग्रवाल ने बताया कि बैठक में तय हुआ है कि व्यापारी एक करोड़ और 25-25 लाख रुपए की प्रतिभूति जमा करवाएंगे। इसी से वे व्यापार करेंगे। जो व्यापारी यह राशि नहीं देगा वह व्यापार नही ंकर सकेगा। बिना भुगतान के उसका माल मंडी से बाहर नहीं जाएगा। किसान मेहनत करके फसल उगाता है और बेचता है अगर उनको पैसा नहीं मिलेगा तो क्या करेंगे। जो व्यापारी भागा है उसके पैसे की व्यवस्था मंडी समिति के पास है। किसानों को पूरा भुगतान होगा। इधर जिस समय एसडीएम व्यापारियों की बैठक ले रहे थे उसी समय किसान भी अंदर चले गए और भुगतान की मांग करने लगे। एसडीएम ने समझाया तब बाहर आए।

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