यहां आरपीएफ, जीआरपी व पुलिस की उपस्थिति में जेसीबी की मदद से रेलवे पटरी के दोनों ओर ५० से अधिक झुग्गियों को जेसीबी की मदद से जमींदोज किया गया। इस दौरान कई लोग रोते-गिड़गिड़ाते रहे, एक महिला ने तो अपने गले में चाकू लगा लिया, उसे महिला पुलिस ने संभाला। कार्रवाई करीब तीन घंटे तक चली।
सुबह करीब 11.30 बजे रेलवे अधिकारियों, कर्मचारियों सहित आरपीएफ, जीआरपी व पुलिस के अधिकारी-जवान आनंदनगर के समीप वाले क्षेत्र में पहुंचे। यहां रह रहे परिवारों ने झुग्गियों के अंदर से सामान निकालना शुरू कर दिया। कुछ ने हाथ जोड़कर मिन्नत की लेकिन अधिकारियों ने वरिष्ठ स्तर से आदेश की बात करके कार्रवाई करना भी अपनी मजबूरी बताया। झुग्गियों में बिजली कनेक्शन भी थे जिनको इलेक्टीशिन की मदद से हटवाया गया। इसके बाद जेसीबी की मदद से झुग्गियों को तोड़ा गया।
बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक अपने घर के सामान को समेटने में लगे रहे। इस क्षेत्र में करीब दो-तीन दशक से गरीब परिवार झुग्गी बनाकर रह रहे थे, इस कार्रवाई के बाद उनके रहने, सोने की परेशानी खड़ी हो गई है। कार्रवाई के दौरान सहायक मंडल इंजीनियर उज्जैन विकास यादव, सीनियर सेक्शन इंजीनियर उज्जैन एनके शर्मा, सीनियर सेक्शन इंजीनियर देवास ए.एच. सिद्दीकी सहित रेलवे के २० ट्रैक मेंटेनर मौजूद रहे। वहीं कोतवाली टीआई एम.एस परमार, सिविल लाइन थाना टीआई योगेंद्रसिंह सिसौदिया व आरपीएफ, जीआरपी के अधिकारी-जवान व रेलवे इंटेलीजेंस के अधिकारी मौजूद रहे।
भले मार डालो, दूसरी जगह नहीं मिली तो नहीं जाएंगे
कार्रवाई के दौरान कई महिलाएं अपनी नाराजगी भी जताती रहीं। एक महिला ने कहा मार डालो या कत्ल कर दो, जब तक कहीं और बसने की जगह नहीं मिल जाती, हम यहीं पड़े रहेंगे।
जब मेरी बच्ची चोरी हुई तब पुलिस कहां थी
कुछ साल पहले इसी झुग्गी बस्ती क्षेत्र से कुछ बालिकाओं का अपहरण हो गया था, उनमें से कुछ का पता अब तक नहीं चल पाया है। इसी मामले को लेकर एक बुजुर्ग महिला ने पुलिस पर तंज भी कसा, कहा कि उस समय पुलिस कहां चली गई थी, आज तो बड़ी सख्ती दिखा रहे हो। इसी महिला ने कार्रवाई के दौरान अपने गले पर चाकू भी अड़ा लिया था। यह महिला कई अधिकारियों के सामने हाथ जोड़ती रही, जेसीबी के आगे भी बैठ गई थी।
पटरी पार कर दूसरी ओर गए अधिकारी-कर्मचारी
आनंदनगर वाले क्षेत्र की ओर 11.30 बजे से लेकर 12.45 बजे तक कार्रवाई चलने के बाद अमला पटरी पार करके दूसरी ओर पहुंचा। यहां 12.50 बजे से कार्रवाई शुरू की गई। हालांकि अधिकांश परिवारों ने पहले से ही घर के सामान को बाहर निकाल लिया था।
मकान बनेंगे, नाला डायवर्ट होगा, 6 माह में कई बार नोटिस दिए
मौके पर मौजूद रेलवे के अधिकारियों ने बताया रेल लाइन के दोहरीकरण के अलावा इस क्षेत्र में स्टॉफ के लिए नए मकान बनाना प्रस्तावित है। इसके साथ ही एक नाले को भी इधर से डायवर्ट किया जाना है, ऐसे में रेलवे को अपनी जमीन की जरूरत है। झुग्गियां खाली करने के लिए संबंधित परिवारों को छह माह में तीन से चार बार नोटिस दिए जा चुके थे।
ओवरब्रिज पर लगता रहा जाम
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई देखने के लिए उज्जैन रोड ओवरब्रिज पर कई वाहन चालक रुकते रहे। इसके कारण यहां बार-बार जाम की स्थिति बनती रही। कई लोग चलते वाहन से ही आसपास वालों से कारण पूछते रहे।