करोड़ों की लागत से बने नगर निगम भवन की छतों से टपक रहा पानी…टूटकर गिर रही पीओपी
– सभापति के कक्ष में उखड़ी पीओपी, पार्षदों के कक्ष के भी हाल बुरे- पिछले साल दिसंबर में हुआ शुभारंभ और पहली ही बारिश में खुली पोल-नेता प्रतिपक्ष ने की जांच की मांग, आयुक्त ने कहा-मेरे कार्यकाल में नहीं हुआ कोई भुगतान
देवास. नगर निगम के नए भवन को बने करीब सात-आठ माह हुए हैं। पिछले साल दिसंबर में ही इसका उद्घाटन हुआ था लेकिन पहली बारिश में ही निगम के नए भवन की हकीकत सामने आ गई है। पार्षदों के कमरों में पानी टपकने लगा है। पीओपी उखडऩे लगी है। सभापति के कक्ष में लगी पीओपी टूटकर नीचे गिर गई। इसके बाद सवाल उठे। नेता प्रतिपक्ष ने जांच की मांग की है।
दरअसल नगर निगम का नया भवन करीब १५ करोड़ रुपए की लागत से बना है। कांग्रेस सरकार इसका श्रेय न ले इसके चलते भाजपा ने दिसंबर २०१८ में इसका उद्घाटन करवा लिया। नई सरकार के शपथ लेने से पहले यह सब कर लिया गया। इस पर सियासत भी हुई और आरोप-प्रत्यारोप लगे। नए भवन में नगर निगम शि?ट हो गया और कामकाज शुरू भी हुआ लेकिन शिकायतों ने पीछा नहीं छोड़ा।
उखड़ गई पीओपी, टपक रहा पानी
बीते कई दिनों से लगातार जारी बारिश ने निगम के नए भवन की हकीकत उजागर कर दी। कई पार्षदों के कक्ष में पानी टपक रहा है। पीओपी उखड़ रही है। स्थिति अभी से खराब होने लगी है जबकि अभी सालभर भी नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि रविवार को सभापति के कक्ष की छत पर पीओपी उखडक़र नीचे गिर गई। इसके अलावा एक पार्षद के कक्ष की पीओपी भी उखड़ गई। अन्य पार्षदों के कक्ष में भी पानी टपकने लगा है। इसके चलते निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। जांच की मांग होने लगी है।
घटिया निर्माण के आरोप, जांच की मांग
नेता प्रतिपक्ष विक्रम पटेल ने घटिया निर्माण के आरोप लगाए हंै। निगमायुक्त संजना जैन को पत्र लिखकर जांच की मांग की है। पटेल ने पत्र में लिखा है कि निगम के नए भवन का शुभारंभ हुए एक साल भी नहीं हुआ है और जगह-जगह से पानी टपक रहा है। पानी रिसने के कारण प्लाय पूरी तरह खराब हो चुकी है। १५ करोड़ की लागत से बने भवन में ठेकेदार द्वारा घटिया कार्य किया गया है। इसके बावजूद ठेकेदार का भुगतान कर दिया गया। मांग की कि जांच कर कार्रवाई की जाना चाहिए।
बारिश के कारण हुआ होगा
सभापति अंसार एहमद हाथीवाले ने बताया कि मैं सोमवार को नगर निगम गया था। मेरे कक्ष में लगी पीओपी उखडक़र गिर गई थी। लगातार बारिशके कारण ऐसा हुआ होगा। लापरवाही की शिकायत हुई है जिस विषय में अधिकारियों से बात की है।
ठेकेदार को बुलवाया था
नगर निगम आयुक्त संजना जैन ने बताया कि सभापति के कक्ष में पीओपी थोड़ी सी गिर गई थी। भोपाल से ठेकेदार को बुलाकर इसे दिखवाया था। नेता प्रतिपक्ष ने यदि पत्र लिखा है तो उसे दिखवाकर यथोचित कार्रवाई करेंगे। मेरे कार्यकाल में इस भवन से संबंधित कोई भुगतान नहीं हुआ है। पीओपी का काम अलग ठेकेदार ने किया है और भवन निर्माण का काम गुजरात की मारूति कंस्ट्रक्शन ने किया है। यदि शिकायत की जा रही है तो जांच करेंगे।
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