चापडा.रवि पाटीदार जिस नाले के पानी को मवेशी पी रहे है। जलसंकट के चलते वहीं से लोग अपनी प्यास बुझाने के लिए पानी भर रहे है। एक घडे पानी के लिए महिलाओं को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। जनपद पंचायत बागली की घने जंगल एवं पहाडिय़ों के बीच स्थित ग्राम पंचायत डांगराखेड़ा की है जहां पर आदिवासी तलाई मोहल्ला एवं बजरंगगढ़ के आदिवासी लोगों को मजबूरन गांव के पास से निकले नाले का गंदा पानी पीने पर मजबूर है।
पंचायत की अनदेखी के कारण यहां पर किसी भी प्रकार की पेयजल व्यवस्था ना होने के कारण 12 महीना ही लोगों को नाले का गंदा पानी पीना पड़ता है। महिलाओं को लगभग 20 से 25 फीट ऊंची पहाड़ी चढ़कर नाले से पानी लाना पड़ रहा है । बजरंगगढ़ एवं तलाई मोहल्ले से लगभग एक किमी दूर से एक नाला निकला है। जिसमें जगह जगह पानी भरा हुआ है हालांकि पानी इतना गंदा है कि पशुओं भी उस पानी को पीने के पहले 1 बार सोचते हैं।
उसी पानी के पास में रेती में एक छोटा गडढा खोदकर ग्रामीण उस में से अपने दिनचर्या में उपयोग करने के लिए पानी ला रहे हैं। उसी पानी को ग्रामीण मजबूरी में पी रहे हैं मलमेटा पानी देखकर रोगटे खडे हो जाते हैं लेकिन उस पानी को पीना मजबूरी बन गई हैं।
जहां से ग्रामीण पानी भर कर लाते हैं उसमें पशु भी पानी पीते हैं नहाते हैं वह गंदगी पड़ी है इसके बावजूद भी उसी पानी को यहां के लोग मजबूरन पी रहे हैं। एक छोटे से गडढे में से महिलाएं पानी जब लेने जाती है तो उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ता है तब जाकर उनका नंबर आता है दोनों मोहल्ले की आबादी देखी जाए तो यहां पर लगभग 150 से अधिक परिवार आदिवासी वर्ग के निवास करते हैं लेकिन पंचायत में बैठे जिम्मेदार को इन की जरा भी फिक्र नहीं है।
आगामी भीषण गर्मी इन लोगों की कैसी निकलेगी यह तो हम नहीं कह सकते लेकिन यह लोग जो गंदा पानी पीकर कहीं ना कहीं अपने स्वास्थ्य को भी हानि पहुंचा रहे हैं। हालांकि जिम्मेदार पंचायत के पास इनकी समस्या का कोई समाधान नहीं है फिर भी कागज के आंकड़े बता कर व्यवस्था का झूठा दावा करते नजर आ रहे हैं।
यहां पर समिति ग्राम बोरी में एक बड़ा तालाब भी स्थापित है जिसके बावजूद भी जिम्मेदार पंचायत ग्रामीणों को पानी उपलब्ध कराने में विफल साबित हो रही है। दोनों मोहल्ले में दूसरा कोई ऐसा पेयजल का स्रोत नहीं है जिससे ग्रामीणों को साफ.सुथरा पानी मिल सके।
मुझे पता नहीं है कि ग्रामीण नाले का गंदा पानी पी रहे हैं हालांकि दो शासकीय कुएं खुदे हुए है। लेकिन उसमें भी पानी नहीं है। मांगीलाल मालवी पंचायत सचिव डांगराखेडा तलाई मोहल्ला एवं बजरंगगढ़ में जल स्तर नीचे जाने से समस्या बढ़ी है क्योंकि यह मोहल्ले उच्ची पहाडी पर बसे हुए हैं यहां की जल समस्या को देखते हुए स्टॉप डेम तालाब की कार्य योजना बनाई गई है। दीपक पटेल उपयंत्री बागली
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Home / Dewas / VIDEO : जिस नाले में जानवर बुझाते हैं प्यास, उसका पानी पीने को मजबूर यहां के लोग