उल्लेखनीय है कि कोरोना संकट के चलते जिले में 1492 शासकीय स्कूल समेत 205 निजी स्कूलों में ताला लटका हुआ है। ऐसे में नए शिक्षण सत्र-2020-21 में 10वीं में हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित. विज्ञान, सामाजिक विज्ञान तथा कक्षा 12वीं में हिन्दी अंग्रेजी, संस्कृत, |भौतिकी, रसायन, विज्ञान, गणित समेत अन्य महत्वपूर्ण विषयों के पाठ्यक्रम में 40 फीसदी की कटौती कर दी गई है। इसे माहवार विभाजित कर शिक्षकों से छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन पढ़ाई कराने के लिए कहा गया है, ताकि माहवार असाइनमेंट परीक्षा ली जा सके।
उधर सूत्रों की मानें तो पढ़ाई तुंहर दुआर एप समेत विभिन्न माध्यमों से जिले के शासकीय स्कूलों के करीब 1 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने पढ़ाई के लिए पंजीयन कराया है, लेकिन इसमें से 60 फीसदी बच्चे अभी ऑनलाइन पढ़ाई करने से वंचित हैं। ऐसे में परीक्षा को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।