दशहरा महोत्सव में रावण का पुतला तैयार कराने में घोर लापरवाही बतरने पर निगम कमिश्नर ने संबंधित लिपिक राजेन्द्र यादव को निलंबित कर दिया हैं। पुतला बनाने के लिए 44 हजार रुपए खर्च करने का प्रावधान था, इसके बावजूद इस कार्य में अनियमितता बरती, जिससे निगम प्रशासन की खूब किरकिरी हुई थी।
हर साल नगर निगम की ओर से दशहरा महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस साल भी महापौर विजय देवांगन के निर्देश पर निगम के अधिकारियों ने दशहरा महोत्सव के लिए विशेष तैयारियां की गई। निगम सूत्रों के मुताबिक इसके लिए बाकायदा निगम प्रशासन की ओर से 50 हजार रुपए की लागत से भव्य नयनाभिराम आतिशबाजी, 44 हजार रुपए रावण का पुतला तैयार करने तथा 10 हजार रुपए रामलीला का मंचन के लिए प्रावधान किया गया था। रावण का पुतला तैयार कराने का जिम्मा लिपिक राजेन्द्र यादव को सौंपा गया था। रावण का पुतला ग्राम अछोटा में तैयार किया गया, जिसमें भारी अनियमितता बरती गई। इसके चलते दशहरा उत्सव देखने के लिए आए लोगों ने पुतले को लेकर अतिथियों की उपस्थिति में खूब कमेंट्स किया। सोशल मीडिया में भी इस बेढंगा रावण का पुतला को लेकर लोग निगम प्रशासन पर कमेंट्स कर ट्रोल करते रहे।
पुतला का सिर और धड़ में गेप के चलते इसके 10 सिर का दहन ही नहीं हो सका, जिसे बाद में ढांचा को गिराकर कर जलाया गया। इससे निगम प्रशासन की छबि धूमिल हुई। इसे महापौर विजय देवांगन ने काफी गंभीरता से लिया। कमिश्नर से गहरी नाराजगी जताते हुए इसके लिए दोषी अधिकारी-कर्मचारियों पर तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया था।
लिपिक को किया निलंबित
इसके दिन दूसरे दिन निगम कमिश्नर ने रावण पुतला कराने में घोर लापरवाही के लिए जिम्मेदार लिपिक राजेन्द्र यादव को निलंबित कर दिया। निलंबन अवधि में उन्हें नियमानुसार निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी। संबंधित कर्मचारी अपनी उपस्थिति मुख्य कार्यालय में नियमित रूप से देंंगे। वे अपना संपूर्ण कार्यभार सहायक ग्रेड-3 सामर्थ रणसिंह को सौंपकर प्रभार प्रतिवेदन कार्यालय में प्रस्तुत करने कहा है।
चार अन्य अधिकारियों को नोटिस
इसके साथ ही दशहरा महोत्सव में व्यवस्था के प्रभार देख रहे एई विजय मेहरा समेत तीन सब इंजीनियर लोमश देवांगन, कमलेश ठाकुर और कामता नागेन्द्र को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नियत समय में उनसे जवाब मांगा गया हैं। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
दशहरा महोत्सव में रावण का पुतला तैयार कराने में लापरवाही बरतने पर एक लिपिक को निलंबित कर दिया गया है। चार अन्य अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
0 राजेश पदमवार, प्रभारी कमिश्नर