उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने प्रदेश में सरकार बनने पर बिजली का बिल हाफ करने की घोषणा की थी। अब विधसानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही बकाया बिल हाफ होगा। एक जानकारी के अनुसार जिले में शासकीय कार्यालयों को मिलाकर करीब 2 लाख 10 हजार बिजली उपभोक्ता हैं। वर्तमान में विभाग को इनसे ९ करोड़ ४६ लाख रूपए की वसूली करना है, जिसके लिए विभागीय कर्मचारी लगातार उपभोक्ताओं को बकाया बिल पटाने के लिए प्रेरित भी कर रहे है, लेकिन इस अभियान को कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा। उधर सूत्रों की मानें तो कांग्रेस ने उपभोक्ताओं के बिल को हाफ करने के लिए अपनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए छत्तीसगढ़ विद्युत विभाग को एक पत्र भी जारी किया गया है, जिसमें बिल बकायादारों का पूरा डिटेल मंगाया गया है। बताया गया है कि इसके लिए प्रदेश स्तर पर तैयारी भी शुरू कर दी गई है।
ईई, अशोक खंडेलवाल ने बताया बिजली बिल हाफ को लेकर शासन से अब तक कोई स्पष्ट निर्देश नहीं मिला है। जिले में करीब ९ करोड़ का बिजली बिल बकाया है, जिसकी वसूली के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
कांगे्रस जिलाध्यक्ष, मोहन लालवानी ने बताया कांग्रेस पार्टी को जनता का विश्वास मिला है। बिजली बिल हाफ समेत घोषणा पत्र में किए गए वायदो को पूरा किया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दिया गया है।
उपभोक्ता असंमजस में
नागरिक उमेश नाग, सुदामा साहू का कहना है कि कांग्रेस ने बिजली को लेकर कोई स्पष्ट घोषणा नहीं की है। घोषणा पत्र में सिर्फ बिजली बिल हाफ करने की बात कही गई है। ऐसे मेंं हाफ बिजली बिल क्या पुरानी पेंडेंसी में होगा या फिर सभी उपभोक्ताओं का बिल हाफ किया जाएगा, इसे लेकर अभी भी उपभोक्ता उलझन में हैं।
इतना है बकाया
विभागीय अधिकारियों के अनुसार जिले में ग्राम पंचायतों का 3 करोड़ 85 लाख, नगर पंचायत का 19 लाख 73 हजार, नगर निगम का ७८ लाख ८६ समेत शासकीय विभागों का ५ करोड़ ८२ लाख रूपए बिजली का बिल बकाया है। इसके अलावा आम उपभोक्ताओं पर ३ करोड़ ६४ लाख का
बकाया है।