देश में पेट्रोल और डीजल कीमतों के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने तथा राफेल विमान घोटाला के विरोध में कांग्रेस के भारत बंद का असर पूरे धमतरी जिले में देखने को मिला। उल्लेखनीय है कि अभी छत्तीसगढ़ में पेट्रोल और डीजल पर 25 प्रतिशत वैट लगता है। राज्य के राजस्व का करीब 29 प्रतिशत हिस्सा इसी से आता है। यह रकम 3 हजार 277 करोड़ रुपए से अधिक की है। पेट्रोल-डीजल में आज यही बड़ी महंगाई का कारण बना हुआ है, जिसके विरोध में सोमवार को धमतरी समेत पूरे देशभर में कांग्रेस कार्यकर्ता सडक़ में उतर आए। शहर में सुबह 9 बजे से कांग्रेस के कार्यकर्ता बंद को सफल बनाने के लिए जुट गए थे। अर्जुनी मोड़ से विधायक गुरूमुख सिंह होरा, पीसीसी कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल और कार्यवाहक अध्यक्ष शरद लोहाना की अगुवाई में कार्यकर्ता विभिन्न मोटर साइकिल में सवार होकर शहर की दुकानों को बंद कराने निकल पड़े। इसके अलावा अनेक चार पहिया वाहनों में सवार होकर कांग्रेसियों ने शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में घूम-घूमकर दुकानें बंद कराई।
इस बंद को शहर में माकपा, बसपा, सपा समेत अन्य राजनीतिक दलों ने भी समर्थन दिया था, जिसके कार्यकर्ता हाथों में पार्टी का झंडा लेकर महंगाई के विरोध में दुकानदारों से समर्थन मांगते रहे। गौरतलब है कि पहली बार शहर में सैकड़ों की संख्या में बंद समर्थकों के सडक़ में उतर जाने से शहर चमाचम बंद हो गया। सिनेमा, पेट्रोल पम्प, पीजी कालेज भी बंद रहे। बंद के दौरान जगह-जगह नुक्कड़ सभा कर प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों में पूर्व विधायक हरषद मेहता, पीसीसी सचिव आनंद पवार, मोहन लालवानी, हरमिंदर छाबड़ा, मदन मोहन खंडेलवाल, नीशु चन्द्राकर, पंकज महावर, विजय देवांगन, अशरफ रोकडिय़ा, वसीम कुरैशी, योगेश लाल, नरेश जसूजा, राजेश चन्द्राकर, रफीक इत्रवाले, आलोक जाधव, रेहान विरानी, गौतम वाधवानी, मोहित पवार, अवैश हाशमी, राकेश मौर्य, विक्रांत शर्मा, आदिल खान, देवेन्द्र जैन, रूपेश राजपूत अन्य कांग्रेसी मौजूद थे।