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किसान ठाकुरराम ध्रुव, भीखम कंवर, हरख साहू, राजाराम रावत ने बताया कि पिछले दिनों हुई बारिश से करीब ५० एकड़ मेंं लगी धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। उन्होंने बताया कि मौसम अनुकूल होने के चलते इस साल क्षेत्र के किसानों ने अपने-अपने खेत मेंं विशेष वेरायटी वाले धान की फसल लगाया था। हल्की बारिश होने और समय पर बीज और खाद का छिडक़ाव होने के चलते धान की फसल लहलहाने लगी थी। ऐसे में किसानों को रिकार्ड उत्पादन होने की उम्मीद किया था, लेकिन भारी बारिश से नाला में बाढ़ आने से उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। किसान अशोक कुमार, नरेन्द्र दुबे, कृष्ण कुमार साहू, गंगाराम देवांगन, घनश्याम, भेकेश्वर, पेखनलाल देवांग ने बताया कि वे पूरी तरह से खेती किसानी पर ही निर्भर है।
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फसल चौपट होने से उन्हें हजारों रूपए का नुकसान हुआ है। आर्थिक क्षति होने से अब उनके सामने विकट स्थिति पैदा हो गई है। इस अवसर पर कोमल निषाद, जोहन निषाद, नरोत्तम कंवर, मानसिंह ध्रुव, चंदूलाल ध्रुव, नीलकंठ जांगड़े, भुनेश्वर, भुवनलाल महिलांग समेत किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे।बताया गया है कि फसल क्षति की जानकारी होने के बाद कृषि विभाग के अधिकारियों ने तत्काल मौका मुआयना कर प्रकरण तैयार किया है। किसान जानकी बाई, हेमंत कुमार, छत्रपाल दुबे, सुरेन्द्र ध्रुव ने कृषि अधिकारियोंं को वस्तु स्थिति से अवगत कराया।