धमतरी जिले में बड़ी संख्या में लोगों ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे शिक्षाकर्मी की नौकरी हासिल कर लिया है। उल्लेखनीय है कि जिले में वर्ष-2005 से 2007 तक हुई शिक्षाकर्मी वर्ग-1,2 और 3 में भर्ती प्रक्रिया में व्यापक पैमाने पर अनियमितता हुई थी। आरटीआई कार्यकर्ता कृष्ण कुमार साहू ने सूचना के अधिकार के तहत मिले दस्तावेजों के सहारे इस भर्ती में फर्जीवाड़े का उजागर किया था। इसके बाद यह मामला धमतरी के साथ ही पूरे छत्तीसगढ़ में सुर्खियों में आ गया। सीआईडी और लोक आयोग से भी शिकायतें हुई। बताया जा रहा है कि लोक आयोग में इसकी जांच लंबित हैं। इधर, मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन भी इसकी अलग से जांच शुरू कर दी है।