यह घटना गुरुवार की सुबह करीब 11.30 बजे की है। जेल प्रशासन के सूत्रों के अनुसार गुरूवार को सुबह रोज की तरह लॉकअप से गार्डन और परिसर की साफ-सफाई के लिए 14 बंदियों को एक बैरक से निकाला गया था। इस बीच सबकी नजर से छुपते हुए उनके साथ इतवारी राम साहू (21) पिता अमर सिंह भी लॉकअप से निकल गया और अन्य बंदियों के साथ साफ-सफाई कार्य में जुट गया।
इस बीच मौके का फायदा उठाकर वह जेल परिसर के पीछे भाग में बन रहे बैरक में छुप गया। कुछ देर काम करने के बाद जब साथी बंदी वहां से लौट गए, तो वह चुपके से वहां पड़ी रस्सी और बांस की चैली बनाकर एक बांस के सहारे जेल की दीवार फांदकर फरार हो गया। बताया गया है कि यह दीवार करीब 35 फीट है। इस दरम्यान वापस जब लॉकअप में बंदियों की गणना की गई, तो एक बंदी कम पाया गया।
फिर क्या था, जेल प्रशासन में हडक़ंप मच गया। सीसी टीवी कैमरा को जब खंगाला गया, तो इतवारी राम साहू दीवार फांदकर भागते हुए दिखा। सहायक जेलर ए कुजूर ने तत्काल इसकी सूचना जेल सुप्रीडेंटेड व डिप्टी कलक्टर एचएल गायकवाड व पुलिस के आलाधिकारियों को दिया। जेल में कैदियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए शासन की ओर से यहां दो नए बैरक के निर्माण कार्य की स्वीकृति मिली है। पीडब्लूडी विभाग को एजेंसी बनाया गया है। बताया गया है कि विभाग के कर्मचारी यहां हर रोज काम के लिए आते हैं। शातिर इतवारी राम साहू ने मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए ही फरार होने की योजना बना लिया था।
जेल अधीक्षक एचएल गायकवाड़ ने बताया कि जिला जेल से एक बंदी दीवार फांदकर हो गया था। सुरक्षा कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में तीन प्रहरियों को निलंबित कर मामले की जांच की जा रही है।
एएससपी केपी चंदेल ने बताया कि बंदी के फरार होते ही पुलिस को अलर्ट कर नाकाबंदी कर दिया गया है। इसी का नतीजा है कि उसे गिरफ्तार करने में पुलिस सफल हो गई।
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