दरलअसल मंत्री सत्यानंद भोक्ता कोरोना काल के बीच सदर थाना क्षेत्र के अपने पैतृक गांव कारी पहुंचे थे। उन्होंने स्थानीय लोगों से भेंट कर उनकी समस्या जानी और समाधान करने का भी प्रयास किया। इसके बाद वह अपने अन्य परिजनों के साथ खेती में जुट गए। नेताजी को खेती करता देखने के लिए ग्रामीण जुट गए।
हल चलाने और धान रोलने के बाद उन्होंने कहा कि गरीब किसान के बेटा हूं, गरीबी को जानता हूं। खेती करना हमारा धर्म है। किसान अन्नदाता होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्वजों ने विरासत में खेत दिया है, खेती करना जरूरी है। किसान खेती करेगा, तब ही खाने के लिए अनाज मिलेगा। मंत्री के इस अवतार की चारों तरफ खूब चर्चा हो रही है।