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सीसीआइ ने कपास खरीदी बंद की

किसानों के कपास के दाम अब व्यापारियों के भरोसे किसान संघ और भाजपा नेताओं ने कहा खरीदी बंदकरना सही नहीं

धारMar 03, 2021 / 02:01 am

shyam awasthi

सीसीआइ ने कपास खरीदी बंद की

सीसीआइ को मंडी में खड़े रहकर बोली लगानी चाहिए जिससे किसानों को भावों का फायदा ही मिलेगा। मंगलवार को मंडी में कपास की बोली लगाई गई।

कुक्षी. कृषि उपजमंडी में सीसीआइ ने अब कपास खरीदी एकाएक कृषि उपज मंडी को पत्र भेजकर बंद करने का लिख दिया है। सीसीआइ के द्वारा अभी से खरीदी कपास की बंद कर दिए जाने से अब कपास उत्पादक किसान व्यापारियों और जिनिंग मालिकों के भरोसे ही रह गए हैं। व्यापारी किसानों का कपास जिस भाव लेंगे किसानों को मजबूरी में उसी दाम पर अपना कपास बेचना पड़ेगा। बीते वर्ष जून माह तक सीसीआइ ने कपास खरीदी की थी।
कुक्षी कृषि उपज मंडी में 20 फरवरी से सीसीआई ने कपास की खरीदी बंद कर दी है इस संबंध में सीसीआई खरीदी अधिकारी ने लिखित पत्र भी मंडी सचिव को भेज कर सूचना दी है।मंडी सचिव सीएस मंडलोई ने भी इस बात की पुष्टि की है कि 19 फरवरी को सीसीआई खरीदी अधिकारी ने कपास खरीदी बन्द करने को लेकर पत्र भेजा है।
सीसीआई ने कपास खरीदी नहीं करने को लेकर उल्लेख किया है कि कपास की आवक एवं कपास की गुणवत्ता की कमी के साथ कपास के भाव मंडी में अधिक होने की वजह से खरीदी स्थगित की है। सीसीआइ ने इस वर्ष यहां कृषि उपजमंडी में 21अक्टूबर से खरीदी शुरू की और चार माह में कोई तीन से अधिक बार खरीदी अनेक दिनों के लिए स्थगित भी रखी वहीं सरकारी छुट्टियों के अलावा तीन माह में ही 2 लाख 40 हजार क्विंटल के लगभग कपास की खरीदी की है तो सरकार का समर्थन मूल्य भी कोई कम नहीं है । 5515 से 5825 रुपए है। सीसीआइ की इस खरीदी के दौरान भी अनेक बार जमकर हंगामा और विवाद भी हुए है तो किसान संघों ने जमकर आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए है। आदिवासी नेता और पूर्व विधायक मुकामसिंह किराड़े ने सीसीआइ खरीदी की उच्चस्तरीय जांच की मांग भी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मिलकर की है।
पुन: शुरू हो
भा जपा के आदिवासी नेता और जिला पंचायत सदस्य वीरेंद्र सिंह बघेल ने सीसीआइ द्वारा कपास खरीदी बंद कर दिए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सीसीआइ से खरीदी पुन: शुरू करवाएंगे। इस वर्ष मंडी में हुई खरीदी में हुई धांधलियों की जांच के साथ किसानों की फसलों की गिरदावरी भी करवाएंगे। सीसीआइ की खरीदी की पूरी प्रक्रियाओं की जांच के लिए पीएमओ कार्यालय और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जांच की मांग भी करेंगे की सीसीआइ ने किन-किन लोगों को बेजा फायदा पहुंचाया है।
बंद करना सही नहीं
किसान संघ तहसील अध्यक्ष रामेश्वर हवेलीवाला ने कहा कि सीसीआइ ने कपास की एकदम खरीदी बंद कर सही नहीं किया है। इस मामले में सीसीआई को पूर्व सूचना के कपास खरीदी बंद नहीं करना चाहिए। सरकार ने एमएसपी पर खरीदी शुरू की है और सीसीआइ को मंडी में खड़े रहकर बोली लगानी चाहिए जिससे किसानों को भावों का फायदा ही मिलेगा। इस पूरे मामले में तत्काल मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अवगत करवाएंगे और सीसीआइ की खरीदी पुन: शुरू होनी चाहिए।

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