ये था मामला गौरतलब है कि कुक्षी में एसडीएम नवजीवन विजय पंवार और नायब तहसीलदार राजेश भिड़े ने जिस अवैध शराब के ट्रक को रोका था उसमें 53 लाख रुपए की अवैध शराब भरी हुई थी। पुलिस की एसआईटी जांच में पाया गया था कि यह अवैध शराब बड़वानी में शराब ठेकेदार रिंकू भाटिया की लाइसेंसी दुकान से निकली थीए जो झाबुआ जा रही थी। इस मामले में पुलिस भाटिया को भी आरोपी बना चुकी है। वहीं मजिस्ट्रीयल जांच समिति इस मामले में अवैध शराब की जांच कर रही है।
80 से 100 ट्रक निकलते थे सूत्रों के मुताबिक काटकूट में भाटिया का ठेका है। शराब बडवानी के रास्ते महाराष्ट्र और गुजरात भेजी जाती है। इसमामले में प्रशासन को पत्र भी प्राप्त हुआ है। पत्र में बताया कि खरगोन आबकारी अमले की मिलीभगत से कारोबार हो रहा है। प्रति माह 80 से 100 ट्रक बाहर भेजे जा रहे है। डिस्टरी से 500 पेटी का प रमिट बनाया जाता था।इस तरह प्रति दिन तीन से चार परमिट पर 1500 से1800 पेटियां भी भेजी जाती थी।जबकि काटकूट छोटा गांव होने सेइतनी खपत वहां है ही नहीं।