अलीदूस्ती का यह कदम तब सामने आया है जब महसा अमिनी की मृत्यु के बाद से हफ्तों के विरोध ने देश को हिलाकर रख दिया है। 22 वर्षीय कुर्द ईरानी महिला की सितंबर के मध्य में तेहरान में नैतिकता पुलिस ने हिजाब न पहनने पर हिरासत में ले लिया था। हिरासत में ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद देशभर में प्रदर्शन भड़क उठे। जगह—जगह हिजाब जलाए जाने लगे। स्थानीय मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि अब तक करीब 328 लोग मारे गए हैं और 14,800 अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है।
पिछले दिनों ईरान के बीच सॉकर खिलाड़ी सईद पिरामौन ने दुबई में अमीरात इंटरकांटिनेंटल बीच सॉकर कप में गोल करने का जश्न अलग अंदाज में मनाया था। उन्होंने अपने देश में विरोध प्रदर्शनों के साथ एकजुटता दिखाते हुए गोल दागने के बाद अपने बाल काटने की नकल की। पिछले महीने ईरानी स्टार फुटबॉलर सरदार आजमौन ने प्रदर्शनकारियों का समर्थन करते हुए अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में सुरक्षा बलों की निंदा करते हुए कहा था, ईरान की महिलाओं को आसान शिकार बनाते शर्म करो।
इंटरनेट को दबाने के सरकारी प्रयासों के बावजूद ईरान से निकलने वाले ऑनलाइन वीडियो राजधानी तेहरान के साथ-साथ देश के अन्य शहरों में भी प्रदर्शनों को दिखा रहे हैं। इस्फहान के पास फिल्माए गए एक वीडियो में आंसू गैस के बादल दिखाई दिए। तानाशाह की मौत का नारा सुना गया। यह ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को निशाना बनाने वाले विरोध प्रदर्शनों में एक आम नारा बन गया है।